निर्देश
प्रश्न पत्र दो खंडों ‘अ’ और ‘ब’ में विभाजित है l
1. खंड अ में वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैंl
2.खंड ब में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं ।
3. प्रश्नों में उचित आंतरिक विकल्प दिए गए हैं।
खंड (अ) (वस्तुपरक प्रश्न)
प्रश्न (1) (अ) निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए गए विकल्पों में से चुनिए।
भाषा का एक प्रमुख गुण है सृजनशीलता ।हिंदी में सृजनशीलता का अद्भुत गुण है, अद्भुत क्षमता है, जिससे वह निरंतर प्रवाह मान है ।हिंदी ही एक ऐसी भाषा है ,जिसमें समायोजन की पर्याप्त और जादुई शक्ति है। अन्य भाषाओं और संस्कृतियों के शब्दों को हिंदी जिस अधिकार और सहजता से ग्रहण करती है उससे हिंदी की संभावनाएं प्रशस्त होती है ।हिंदी के लचीले पन्ने अनेक भाषाओं के शब्दों को ही नहीं उसके सांस्कृतिक तेवरों को भी अपने में समेट लिया है। यही कारण है कि हिंदी सामाजिक संस्कृति तथा विविध भाषा भाषियों और धर्मावलंबियों की प्रमुख पहचान बन गई है ।अरबी, फारसी, तुर्की ,अंग्रेजी आदि के शब्द हिंदी के शब्द क्षमता संपदा में ऐसे मिल गए हैं जैसे वे जन्म से ही इसी भाषा परिवार के सदस्य हैं। यह समाहार उनकी जीवंतता का प्रमाण है। आज हम पर ही जी होकर शुद्धता वाद की जड़ मानसिकता में कैद होकर नहीं रह सकते सूचना क्रांति तकनीकी विकास और वैज्ञानिक आविष्कारों के दबाव ने हमें सब से संवाद करने के अवसर दिए हैं विश्वग्राम की संकल्पना से हिंदी को निरंतर चलना होगा इसके लिए आवश्यक है आधुनिक प्रयोजनों के अनुरूप विकास अथवा भाषा एवं लिपि से संबंधित यांत्रिक साधनों का विकास इंटरनेट से लेकर बाजार तक राजकाज से लेकर शिक्षा और न्याय के मंदिरों तक हिंदी को उपयोगी और कार्यक्रम बनाने के लिए सरल सहज होना आवश्यक है और उसकी ध्वनि लिपि शब्द वर्तनी वाक्य रचना आदि का मानकीकृत होना भी आवश्यक है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए
1. हिंदी के निरंतर प्रवाह मान रहने का क्या कारण है?
(क) संस्कृति
(ख )सृजनशीलता
(ग) सीमित मानसिकता
(घ) रूढ़िवादिता
2.हिंदी की संभावनाएं कैसे प्रशस्त होती गई हैं ?
(क) अनेक भाषाओं के शब्दों को सहायता से ग्रहण करने से।
(ख)अपने सांस्कृतिक स्वरूप से
(ग) अपने तटस्थता से
(घ) अन्य भाषाओं को तुच्छ समझ कर
3. हिंदी ने लचीलापन के कारण क्या किया ?
(क)केवल अन्य भाषाओं के शब्दों को ग्रहण किया
(ख) अन्य भाषाओं के शब्दों व सांस्कृतिक तेवरों को अपने में समेट लिया
(ग) अपनी सामाजिक पहचान को बनाए रखा (घ) दूसरी भाषाओं को अधिक महत्व दिया
4. हिंदी भाषा के संदर्भ में शुद्धतावादी होने से क्या तात्पर्य है ?
(क) गैर हिंदी भाषाओं के शब्दों को ग्रहण करना
(ख) हिंदी की बोलियों और उनके शब्दों को प्रधानता देकर हिंदी का विकास करना
(ग) पहला और दूसरा दोनों
(घ) केवल हिंदी को महत्व देना
5. आज हमें सब से संवाद करने के अवसर किसने दिए हैं ?
(क) सूचना क्रांति ने
(ख) तकनीकी विकास ने
(ग) वैज्ञानिक आविष्कारों के दबाव ने
(घ) उपरोक्त सभी
6. आधुनिक प्रयोजनों के अनुरूप विकास और भाषा एवं लिपि से संबंधित यांत्रिक साधनों का विकास करने से क्या होगा?
(क) विश्वग्राम की संकल्पना साकार हो जाएगी (ख)हिंदी की उन्नति अवरुद्ध हो जाएगी
(ग) मनुष्य यंत्रव्रत प्राणी बनकर रह जाएगा (घ)तकनीकी उन्नति होगी
7. हिंदी को उपयोगी और कार्यक्षम बनाने के लिए उसे कैसा होना चाहिए?
(क) समृद्ध
(ख)क्लिष्ट
(ग) सरल- सहज
(घ) यह सभी
8. हिंदी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कब करेगी?
(क) जब सरकार की तत्परता होगी
(ख)जब जनता की इच्छाशक्ति होगी
(ग) जब सरकार की तत्परता के साथ जनता की दृढ़ इच्छाशक्ति को हिंदी से जोड़ देंगे
(घ) जब हिंदी को अधिक महत्व मिलने लगेगा
9. हिंदी में अन्य भाषाओं के शब्दों को स्वयं में समाहित करते हुए अपना स्वरूप निर्मित करके क्या किया?
(क) भारत की भौगोलिक स्थिति में परिवर्तन किया
(ख) भारत की सामाजिक संस्कृति की पहचान बन गई
(ग) हिंदी के स्वरूपों को आच्छादित किया
(घ) हिंदी के विकास को रोक दिया
10. प्रस्तुत गद्यांश किस विषय वस्तु पर आधारित है?
(क) हिंदी भाषा पर
(ख) हिंदी भाषा और अन्य भाषा पर
(ग) हिंदी भाषा और तकनीकी युग पर
(घ) हिंदी के विकास पर
अथवा
शिक्षा जीवन के सर्वांगीण विकास हेतु अनिवार्य । शिक्षा के बिना मनुष्य विवेकशील और शिष्ट नहीं बन सकता। विवेक से मनुष्य में सही और गलत का चयन करने की क्षमता उत्पन्न होती है। विवेक से ही मनुष्य के भीतर उसके चारों और घटते घटनाक्रमों के प्रति एक उचित दृष्टिकोण उत्पन्न होता है। शिक्षा ही मानव को मानव के प्रति मानवीय भावनाओं से पोषित करती है। शिक्षा से मनुष्य अपने परिवेश के प्रति जागृत होकर कर्तव्य विमुख हो जाता है । ‘स्व’ से ‘पर ‘ की ओर अग्रसर होने लगता है ।।निर्मल की सहायता करना दुखियों के दुख दूर करने का प्रयास करना दूसरों के दुख से दुखी हो जाना और दूसरों के सुख से स्वयं सुख का अनुभव करना जैसी बातें एक शिक्षित मानव में सरलता से देखने को मिल जाती है। इतिहास साहित्य, राजनीति, शास्त्र ,समाजशास्त्र ,दर्शनशास्त्र इत्यादि पढ़कर विद्यार्थी विद्वान ही नहीं बनता। वरन उसमें एक विशिष्ट जीवन दृष्टि रचनात्मकता और परिपक्वता का सीजन भी होता है। शिक्षित सामाजिक परिवेश में व्यक्ति अशिक्षित सामाजिक परिवेश की तुलना में सदैव ही उच्च स्तर पर जीवन यापन करता है। आज के आधुनिक युग में शिक्षा का अर्थ बदल रहा है। शिक्षा भौतिक आकांक्षाओं की पूर्ति का साधन बनती जा रही है ।व्यवसायिक शिक्षा के अनुरूप अंधानुकरण से छात्र सैद्धांतिक शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं जिसके कारण रूस की क्रांति, फ्रांस की क्रांति, अमेरिकी क्रांति समाजवाद ,पूंजीवाद ,राजनीतिक व्यवस्था ,सांस्कृतिक मूल्यों आदि की सामान्य जानकारी भी व्यवसाय शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को नहीं है। यह शिक्षा का विशुद्ध रूप है शिक्षा के प्रति इस प्रकार का संकुचित दृष्टिकोण अपनाकर विवेकशील नागरिकों का निर्माण नहीं किया जा सकता ।भारत जैसे विकासशील देश में शिक्षा रोजगार का साधन ना होकर साध्य हो गई है ।इसकी कुप्रवृत्ति पर अंकुश लगाना आवश्यक है। जहां मानविकी के छात्रों को पत्रकारिता, साहित्य -सृजन, विज्ञापन जनसंपर्क इत्यादि कोर्स भी कराए जाने चाहिए ताकि उन्हें रोजगार के लिए भटकना न पड़े। वही व्यवसायिक कोर्स कराने वाले छात्रों को मानविकी के विषय जैसे इतिहास,साहित्य, राजनीति शास्त्र, दर्शन आदि का थोड़ा-बहुत अध्ययन करना चाहिए ताकि समाज को विवेकशील नागरिक प्राप्त होते रहें, तभी समाज में संतुलन बना रहेगा।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए-
1. मनुष्य में सही और गलत का चयन करने की क्षमता किससे उत्पन्न होती है?
(क)शिक्षा से
(ख) शिष्टाचार से
(ग) विवेक से
(घ) सतर्कता से
2. स्वांग से ऊपर की ओर अग्रसर होने का क्या तात्पर्य है?
(क) स्वयं को भूल जाना
(ख) स्वयं से पराया हो जाना
(ग) परोपकार करना
(ग) स्वार्थी हो जाना
3. एक शिक्षित व्यक्ति में समाज कल्याण हेतु किन बातों का होना आवश्यक है?
(क) निर्मल की सहायता करना
(ख) दूसरों के दुख से दुखी हो जाना
(ग) दुखियों के दुख दूर करने का प्रयास करना
(घ) उपरोक्त सभी
4. शिक्षा के द्वारा मनुष्य में कैसी भावना उत्पन्न होती है?
(क)भौतिक उन्नति की
(ख) वसुधैव कुटुंबकम की
(ग) स्वार्थ पूर्ति की
(घ) अनुशासनहीनता की
5. ‘शिक्षा भौतिक आकांक्षाओं की पूर्ति का साधन बनती जा रही है’ पंक्ति का क्या आशय है?
(क) व्यवसायिक शिक्षा मनुष्य को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं
(ख )व्यवसायिक शिक्षा वर्तमान में मात्र धन कमाने का साधन बनती जा रही है
(ग) वेबसाइट शिक्षा मनुष्य के लक्ष्य प्राप्ति का साधन बन रही है
(घ) व्यवसायिक शिक्षा मानवीय मूल्यों का विस्तार करने का साधन है
6. व्यवसायिक शिक्षा के अंधानुकरण का क्या परिणाम सामने आया है?
(क) छात्र सैद्धांतिक शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं
(ख) छात्र का सर्वांगीण विकास तीव्र गति से हो रहा है
(ग) छात्र सामाजिक होते जा रहे हैं
(घ) छात्र अपना उत्तरदायित्व स्वयं उठा रहे हैं
7. व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को किसकी जानकारी नहीं है?
(क) राजनीतिक व्यवस्था की
(ख) सांस्कृतिक मूल्यों की
(ग) सामान्य इतिहास की
(घ) यह सभी
8. गद्यांश के अनुसार विवेकशील नागरिकों का निर्माण करने में किसे माना गया है ?
(क) आधुनिक शिक्षा को
(ख) शिक्षा के प्रति संकुचित दृष्टिकोण को (ग)समतामूलक समाज को
(घ) शिक्षा के प्रति व्यापक दृष्टिकोण को
9.व्यवसायिक कोर्स कराने वाले छात्रों को किसका अध्ययन करना चाहिए
(क) पूंजीवाद का
(ख) समाज व्यवस्था का
(ग )मानविकी विषय का
(घ) मानव मूल्य का
10. गद्यांश में किसको प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने की बात की गई है?
(क) शिक्षा रोजगार प्राप्ति का साधन ना होकर साध्य बनने की
(ख) शिक्षा के सर्वांगीण विकास की
(ग) शिक्षा के रोजगारोन्मुखी ना होने की
(घ) शिक्षा के बढ़ते मूल्य को कम करने की
प्रश्न 1( ब) निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनिए।
निज भाषा उन्नति आहे सब उन्नति को मूल।
बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटे न हिय को सूल। पढे संस्कृत जतन करि, पंडित भी विख्यात
पै निज भाषा ज्ञान विन कहि न सकत एक बात
अंग्रेजी पढ़ कर जदपि ,सब गुन होत प्रवीन
पै निज भाषा ज्ञान बिन रहत हीन के हीन
एक भाषा एक जीव मती सब घर के लोग
तबै बनत है सबन सो मिटत मूढता शोक
और एक अति लाभ यह यामें प्रगट लखात निज भाषा में कीजिए, जो विद्या की बात।।
1. संस्कृत पढ़ने वालों को कवि ने क्या माना है?
(क) विद्वान
(ख) वाणी विहीन
(ग) पंडित
(घ) मूर्ख अज्ञानी
2.मूर्खता और शोक का शमन करने की विशिष्टता से संयुक्त कौन होता है?
(क) ज्ञानी जन
(ख) अज्ञानी जन
(ग) अपनी भाषा
(घ) अंग्रेजी भाषा
3. ‘अंग्रेजी पढ़ कर जदपि सब गुन होत प्रवीन’ का क्या तात्पर्य है-
(क) अंग्रेजी भाषा पढ़ कर ही ज्ञान प्राप्त हो सकता है
(ख) अंग्रेजी भाषा के माध्यम से आधुनिक ज्ञान विज्ञान की बातें सीखी जा सकती हैं
(ग) केवल अंग्रेजी भाषा ही उन्नति का आधार है
(घ) अंग्रेजी भाषा के ज्ञान से भारतीयों की उन्नति नहीं हो सकती
4. कवि द्वारा निज भाषा में विद्या की बात को महत्व देने का क्या कारण हो सकता है
(क) अन्य भाषा का बहिष्कार करना
(ख) अपनी भाषा में संप्रेषण की सुगमता अधिक होती है
(ग) अपनी भाषा को विश्व की सर्वश्रेष्ठ भाषा सिद्ध करना
(घ) कठिन विषय अन्य भाषा में जल्दी समझ आता है
5 .कवि ने सभी उन्नति का मूल किसे माना है?
(क) संस्कृत भाषा को
(ख) अंग्रेजी भाषा को
(ग) मातृभाषा को
(घ) ग्रामीण भाषा को
अथवा
जी हां हुजूर मैं गीत बेचता हूँ
मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूँ
मैं किस्म किस्म के गीत बेचता हूँ,
जी माल देखिए दाम बताऊंगा
बेकाम नहीं है काम बताऊंगा,
कुछ गीत लिखे हैं मस्ती में मैंने ,
कुछ गीत लिखे हैं पस्ती में मैंने,
यह गीत सख्त दर्द भुलाएगा।
यह गीत पिया को पास बुलाएगा।
जी पहले कुछ शर्म लगी मुझको।
पर बात बाद में अपने जगी मुझको।
जी लोगों ने तो भेज दिए इमान।
जी आप ना हो सुनकर ज्यादा हैरान।।
1. कवि गीत बेचने को मजबूर क्यों हुआ?
(क) कवि को कोई अन्य कार्य नहीं आता
(ख) वर्तमान व्यवस्था नैतिक मूल्यों की कद्र नहीं करती
(ग) समाज में सब कुछ बिकाऊ है
(घ) कवि के पास भिन्न-भिन्न प्रकार के गीत हैं
2. कवि ने अपने गीतों की क्या विशेषता बताई है?
(क) मस्ती भरे गीत
(ख) दर्द भुलाने वाले गीत
(ग) पिया को पास बुलाने वाले गीत
(घ) उपरोक्त सभी
3. प्रस्तुत पद्यांश में किस पर व्यंग किया गया है
(क) कवि की गीत बेचने की प्रवृत्ति पर
(ख) औद्योगिक पूंजीवादी व्यवस्था पर जहां सबकुछ बिकाऊ है
(ग) गीतों के विभिन्न प्रकारों पर
(घ) दाम लगाने वाले कवियों पर
4. प्रस्तुत पद्यांश का मूल भाव क्या है?
(क) गीतों को बेचने का कार्य करना
(ख) वर्तमान भौतिकवादी व्यवस्था का विरोध करना
(ग) गीतकार के दुख की अभिव्यक्ति करना
(घ) गीत के प्रकार का अतिशयोक्ति से पूर्ण वर्णन करना
5. प्रस्तुतकर्ता इसमें कवि किस समस्या से व्यथित है?
(क) काव्य विषय की समस्या से
(ख) विषय वस्तु के चुनाव की समस्या से
(ग) बाजारवाद की समस्या से
(घ) गीत बेचने की समस्या से
(पाठ्यपुस्तक अभिव्यक्ति और माध्यम पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्रश्न 2. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्ही 5 प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
1. आधुनिक माध्यमों में सबसे पुराना माध्यम है ?
(क) अखबार
(ख) रेडियो
(ग) टेलीविजन
(घ) सिनेमा
2.आधुनिक युग में इंटरनेट पत्रकारिता का कौन सा दौर चल रहा है?
(क) प्रथम
(ख) द्वितीय
(ग) तृतीय
(घ) चतुर्थ
3. विशेष लेखन कहलाता है-
(क) सामान्य लेखन से हटकर किसी विशेष विषय पर किया गया लेखन
(ख)किसी विषय पर किया गया रचनात्मक लेखन
(ग) किसी विषय पर किया गया क्रियात्मक लेखन
(घ) किसी भी विषय पर किया गया गतिशील लेखन
4. नाटक के संवाद कैसे होने चाहिए?
(क) संक्षिप्त व प्रभावशाली
(ख) विस्तृत
(ग) लंबे
(घ) कठिन
5. उल्टा पिरामिड शैली में समाचार कितने भागों में बांटा जाता है?
(क) 3
(ख) 4
(ग) 5
(घ) 2
6. समाचार का प्रवेश द्वार किसे माना जाता है?
(क) इंट्रो
(ख) बॉडी
(ग) शीर्षक
(घ) समापन
(पाठ्यपुस्तक पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न)
3 (अ) निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।
तिरती है समीर सागर पर
अस्थिर सुख पर दुख की छाया
जग के दग्ध हृदय पर
निर्दय विप्लव की प्लावित माया
यह तेरी राण तरी
भरी आकांक्षाओं से
घन भेरी गर्जन से
सजग सुक्त अंकुर
उर में पृथ्वी की आशाओं से
नवजीवन की ऊंचा कर सिर
ताक रहे हैं, ए विप्लव के बादल।
1. काव्यांश के अनुसार मानव जीवन में सुख कैसा है?
(क) अदृश्य
(ख) मायावी
(ग) अस्थिर
(घ) स्थिर
2. कवि ने बादल को कहां तैरते हुए चित्रित किया है ?
(क) स्वच्छ आकाश में
(ख) हवा रूपी सागर में
(ग) अमरावती नगरी में
(घ) उपरोक्त सभी
3 प्रलय की माया के रूप में किसे चित्रित किया गया है?
(क) बादल को
(ख) आशाओं को
(ग) शोषित को
(घ) स्वयं को
4. संसार का ह्रदय कैसा हो गया है?
(क) सुख के कारण विशाल
(ख) दुख के कारण दग्ध
(ग) ईर्ष्या के कारण संकुचित
(घ) द्वेष के कारण आह्लादित
5. बादल को किसके प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है?
(क) निम्न वर्ग के
(ख) मध्य वर्ग के
(ग) क्रांति वर्ग के
(घ) उच्च वर्ग के
3(ब) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चुनाव कीजिए।
मैं सोचता हूं कि पुराने कि यह अधिकार लिप्सा क्यों नहीं समय रहते सावधान हो जाती। जरा और मृत्यु यह दोनों ही जगत के अति परिचित और अति प्रमाणित सत्य है। तुलसीदास ने अफसोस के साथ इनकी सच्चाई पर मुहर लगाई थी ।’धरा को प्रमाण यही तुलसी जो फरा सो झरा जो बरा सो बुताना।।’ मैं शिरीष के फूलों को देखकर यह कहता हूं कि क्यों नहीं फलते ही समझ लेते बाबा की झड़ना निश्चित है। सुनता कौन है ? महाकाल देवता सपा सप कोडे चला रहे हैं । जीर्ण और दुर्बल झड़ रहे हैं जिनमें प्राणकण थोड़ा भी उर्ध्वमुखी है वे टिक जाते हैं। दुरंत प्राणधारा और सर्वव्यापक का कालाग्नि संघर्ष निरंतर चल रहा है ।मूर्ख समझते हैं कि जहां बने हैं वहीं देर तक बने रहे तो शायद काल देवता की आंख से बच जाएंगे । भोले हैं वे हिलते डोलते रहो स्थान बदलते रहो आगे की ओर मुंह किए रहो तो कोड़े की मार से बच भी सकते हो। जमे कि मरे।
1. किसके अनुसार नए के आने पर पुराने को जाने का अधिकार होता है?
(क) तुलसीदास
(ख) कालिदास
(ग) लेखक के
(घ) वात्स्यायन
2. लेखक के अनुसार जगत के अति परिचित और अति प्रमाणिक सत्य क्या है?
(क) सुख और दुख
(ख)अमृत और विष
(ग) प्राचीन और नवीन
(घ) जरा और मृत्यु
3. ‘जो फरा सो झरा, जो बरा सो बुताना’ यह पंक्ति किसने कही थी?
(क) बाल्मीकि ने
(ख) कालिदास ने
(ग) लेखक ने
(घ) तुलसीदास ने
4.गद्यांश में महाकाल देवता द्वारा सपा सब क्या चलाने की बात कही गई है?
(क) डंडे
(ख) कोड़े
(ग) घोड़े
(घ) हाथी
5. शिरीष के फूल को देखकर लेखक क्या सोचता है?
(क) संसार में कोई अमर नहीं है
(ख) शिरीष के फूल कोमल होते हैं
(ग) समय सब कुछ सिखा देता है
(घ) शिरीष के फूल अमर हैं।
(पूरक पाठ्यपुस्तक वितान से बहुविकल्पी प्रश्न)
4.(अ) निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के विकल्प चुनिए।
1. यशोधर बाबू की सालगिरह के दिन आंख क्यों भर आई थी ‘सिल्वर वेडिंग ‘कहानी के आधार पर सही विकल्प चुनिए-
(क) क्योंकि उनके परिवार में उन्हें पार्टी के संबंध में कुछ नहीं बताया था
(ख) क्योंकि उनके परिवार ने उनसे आत्मीय व्यवहार किया था
(ग) क्योंकि उनके बेटे ने उन्हें गाउन देते हुए सुबह दूध लाने की जिम्मेदारी दे दी
(ग) क्योंकि उनके बेटे ने उन्हें यह नहीं कहा कि दूध में ला दिया करूंगा आप ठंड में बाहर नहीं जाए
2. यशोधर बाबू ऑफिस में दिन भर के शुष्क व्यवहार का निराकरण कैसे करते थे
(क) छुट्टी के समय चलते-चलते जूनियरो से कोई मनोरंजन बात करके
(ख) छुट्टी के समय एक कप चाय पीकर
(ग) ऑफिस की सुस्त घड़ी को सही करके
(घ) ऑफिस के कर्मचारियों को चाय पिला कर
3. कहानी ‘सिल्वर वेडिंग ‘में किशनदा की मृत्यु के संदर्भ में ‘जो हुआ होगा’ से कहानीकार का क्या तात्पर्य रहा है?
(क) लेखक मृत्यु से बहुत दुखी है
(ख) लेखक को मृत्यु का कारण पता है
(ग) लेखक मृत्यु के कारण से अपरिचित है
(घ) लेखक को मृत्यु से कोई अंतर नहीं पड़ता है
4. ‘जूझ ‘कहानी में मां बेटे ने राव जी को किस बात के लिए सचेत कर दिया था?
(क) उन दोनों के उनके पास आने की बात दादा को ना बताएं
(ख) दादा को खेतों में काम करने के लिए विवश करें
(ग) दादा का बाहर घूमना बंद कर दिया जाए (घ)आनंदा को खेतों में काम ना करने दिया जाए
5. ‘जूझ ‘कहानी का उद्देश्य है –
(क) जीवन में संघर्ष की महत्ता प्रतिपादित करना
(ख) जीवन में शिक्षा की महत्ता प्रतिपादित करना
(ग) ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों का उल्लेख करना
(घ) जीवन में शिक्षक की भूमिका दर्शना
6. मोहरे धातु पत्थर की मूर्तियां आदि के मिलने पर क्या संभव हो पाया है?
(क) सिंधु घाटी सभ्यता का अध्ययन करना
(ख) इतिहास की पर्याप्त जानकारी मिलना
(ग) भविष्य की अध्ययन की पृष्ठभूमि तैयार करना
(घ) ऐतिहासिक स्थल का ज्ञान होना
7. सिंधु घाटी की सभ्यता दूसरी सभ्यताओं से किस प्रकार भिन्न थी?
(क) यह सभ्यता पूर्णत: राज्य पर आश्रित सभ्यता थी ।
(ख) यह सभ्यता साधन संपन्न सभ्यता थी
(ग) इसमें किसी एक का प्रभुत्व नहीं था
बल्कि एकता व समृद्धि से परिपूर्ण सभ्यता थी (घ)इसमें निम्न वर्ग पर विशेष ध्यान दिया गया ताकि उनका विकास हो सके
8. सिंधु घाटी की सभ्यता के बारे में पहले क्या भ्रम था?
(क) यह अन्न नहीं उपजाते थे उसका आयात करते थे
(ख) यह साधन विहीन सभ्यता थी
(ग) यह दूसरों पर निर्भर लोग थे
(घ) यह अन्न का निर्यात करते थे
9. लेखक ने किस आधार पर सिंधु घाटी की सभ्यता को जल संस्कृति कहा है ?
(क) सिंधु नदी के आधार पर
(ख) स्नानागार के आधार पर
(ग) बेजोड़ निकासी व्यवस्था के आधार पर (घ)उपरोक्त सभी
10. ‘अतीत के दबे पांव ‘पाठ के आधार पर बताइए कि आधुनिक योजनाएं जो आजकल के शहरों को व्यवस्थित करने के लिए बनाई जाती है वह सिंधु सभ्यता के-
(क) शहरों के बराबर हैं
(ख) सिंधु सभ्यता के शहरों के बराबर नहीं है
(ग) सिंधु सभ्यता के शहरों से भी उत्कृष्ट है
(घ) सिंधु सभ्यता के शहरों से निम्न है
खंड ‘ब ‘ ( वर्णनात्मक प्रश्न)
5.(1) दिए गए विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए।
(क) वृक्ष मनुष्य के सच्चे हितैषी हैं।
(ख) स्वच्छता एक अनिवार्य कदम।
5.(2) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
1. कहानी को नाटक में किस प्रकार रूपांतरित किया जा सकता है?
2. रेडियो नाटक की प्रमुख विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए?
3. नाटक में अभिनय और संवाद योजना के महत्व को रेखांकित कीजिए?
5.(3) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1. विशेष रिपोर्ट कैसी होती है यह कितने प्रकार की होती है?
2. पत्रकारिता में ‘बीट ‘शब्द का क्या अर्थ है? बीट रिपोर्टर की रिपोर्ट कब विश्वसनीय मानी जाती है?
3. निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए
1.लेख
2.साक्षात्कार
6.(1) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1.’ कवितावली’ के छंदों में अपने युग की आर्थिक एवं सामाजिक विषमता की अभिव्यक्ति है कथन की पुष्टि कीजिए।
2. ‘बादल राग’ कविता में निराला ने शोषितो की वेदना को स्वर दिया है। टिप्पणी कीजिए।
3. ‘कैमरे में बंद अपाहिज’ सामाजिक संवेदनशीलता का जीता जागता उदाहरण है कैसे ? उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।
6.(2) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1. ‘बात सीधी थी’ कविता का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।
2.’ जहां पर दाना रहते हैं वही नादान भी होते हैं ‘कवि ने ऐसा क्यों कहा होगा?
3. ‘जन्म से ही वह अपने साथ लाते हैं कपास’ कपास के बारे में सोचें कि कपास से बच्चों का क्या संबंध बन सकता है?
6.(3) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1. हजारी प्रसाद द्विवेदी ने शिरीष के संदर्भ में महात्मा गांधी का स्मरण क्यों किया है? साम्य निरूपित कीजिए।
2. जाति प्रथा को श्रम विभाजन का ही एक रूप ना मानने के पीछे डॉक्टर अंबेडकर के तर्कों का उल्लेख कीजिए।
3. ‘काले मेघा पानी दे ‘ में लेखक के वैज्ञानिक तर्क और उसकी जीजी की पारंपरिक तर्क की समीक्षा कीजिए ।
6. (4) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1. ढोल मैं तो जैसे पहलवान की जान बची थी ।पहलवान की ढोलक के पाठ के आधार पर तर्क सहित पंक्ति को सिद्ध कीजिए।
2. भक्तिन का अतीत परिवार और समाज के किन समस्याओं से जूझते हुए बीता है? पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए ।
3. ‘काले मेघा पानी दे’ संस्मरण विज्ञान के सत्य पर सहज प्रेम की विजय का चित्र प्रस्तुत करता है स्पष्ट कीजिए।