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Class X – Hindi B – Sample Paper – 4

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खंड-अ (वस्तुपरक प्रश्न)

1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

जब कोई युवा पुरुष अपने घर से बाहर निकलकर बाहरी संसार में अपनी स्थिति जमाता है, तब पहली कठिनता उसे मित्र चुनने में पड़ती है। यदि उसकी स्थिति बिल्कुल एकान्त और निराली नहीं रहती तो उसकी जान पहचान के लोग धड़ाधड़ बढ़ते जाते हैं और थोड़े ही दिनों में कुछ लोगों से उसका हेलमेल हो जाता है। यही हेलमेल बढ़ते बढ़ते मित्रता के रूप में परिणत हो जाता है मित्रों के चुनाव की उपयुक्तता पर उसके जीवन की सफलता निर्भर हो जाती है क्योंकि संगत का गुप्त प्रभाव हमारे आचरण पर बड़ा भारी पड़ता है। हम लोग ऐसे समय में समाज के प्रवेश करके अपना कार्य आरम्भ करते हैं जब कि हमारा चित्त कोमल और हर तरह से संस्कार ग्रहण करने योग्य रहता है, हमारे भाव अपरिमार्जित और हमारी प्रवृत्ति अपरिपक्क रहती है। अपने मनोवेगों की शक्ति और अपनी प्रकृति की कोमलता का पता हमीं को नहीं रहता। हम लोग कच्ची मिट्टी की मूर्ति के

बिना विरोध के मान समान रहते हैं जिसे जिस रूप का चाहे, उस रूप का करे चाहे राक्षस बनावे चाहे देवता ऐसे लोगों का साथ हमारे लिए बुरा हैं, जो हमसे अधिक दृढ़ संकल्प के हैं, क्योंकि हमें उनकी हर बात लेनी पड़ती है, पर ऐसे लोगों का साथ और भी बुरा हैं, जो हमारी ही बात को ऊपर रखते हैं, क्योंकि ऐसी दशा में न तो हमारे ऊपर कोई नियंत्रण रहता है और न हमारे लिए कोई सहारा रहता है। दोनों अवस्थाओं में जिस बात का भय रहता है, उसका पता युवकों को प्रायः बहुत कम रहता है। यदि विवेक से काम लिया जाए तो भय नहीं रहता, पर युवापुरूष प्रायः विवेक से कम काम लेते हैं कैसे आश्चर्य की बात है कि लोग घोड़ा लेते हैं तो उसके सौ गुण-दोष को परखकर लेते हैं, पर किसी को मित्र बनाने में उसके पूर्व आचरण और स्वभाव आदि का कुछ भी विचार और अनुसंधान नहीं करते। वे उसमें सब बातें अच्छी ही अच्छी मानकर अपना पूरा विश्वास जमा देते हैं।

(1) गद्यांश के अनुसार, युवा पुरुष के जीवन की सफलता किस पर निर्भर हो जाती है?

(क) मित्रों के चुनाव की उपयुक्तता पर

(ख) प्रकृति और पर्यावरण पर

(ग) भौतिक साधनों की उपलब्धता पर

(घ) संगति के गुप्त प्रभाव पर

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उत्तर (क) मित्रों के चुनाव की उपयुक्तता पर


(2) कैसे लोगों के साथ रहने पर हमारे ऊपर कोई नियंत्रण नहीं रहता?

(क) जो हमारी कोई बात नहीं मानते हैं।

(ख) जो हमारी ही बात को ऊपर रखते हैं

(ग) जो हमारा विरोध करते हैं

(घ) जो दूसरों की निंदा करते हैं।

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उत्तर (ख) जो हमारी ही बात को ऊपर रखते हैं


(3) युवा पुरूषों की क्या कमजोरी है?

(क) ये घमंड में रहते हैं

(ख) किसी की बात नहीं सुनते

(ग) विवेक से काम नहीं लेते

(घ) काम से जी चुराते हैं

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उत्तर (ग) विवेक से कम नहीं लेते


(4) मित्र बनाते समय क्या करना चाहिए?

(क) व्यक्ति के पूर्व आचरण और स्वभाव पर विचार चाहिए

(ख) उसके कुल की जानकारी करनी चाहिए

(ग) उसकी परीक्षा लेनी चाहिए

(घ) उसकी शिक्षा और व्यवसाय के बारे में जानना चाहिए

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उत्तर : (क) व्यक्ति के पूर्व आचरण और स्वभाव पर विचार चाहिए


(5) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।

कथन (A) ऐसे लोगों का साथ अच्छा है जो हमसे अधिक दृढ़ संकल्प है।

कथन (R) हमें उनकी बात बिना विरोध के मान लेनी पड़ती है।

(क) कथन (A) तथा कारण (11) दोनों गलत है।

(ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।

(ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।

(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

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उत्तर : (ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।


2. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

मनुष्यों को बड़ा बनने के लिए विशाल काम करने की जरूरत नहीं होती, बल्कि प्रत्येक काम में विशालता के भिन खोजने पड़ते हैं। अपने अंतर्मन में सदैव जिज्ञासा को जन्म देना होता है दुनिया में ज्ञान का जो बोलबाला है, उसमें हमारे कौतूहल की केंद्रीय भूमिका है। अल्बर्ट आइंस्टीन ने एक बार अपने साक्षात्कार में कहा था कि हमारी जिज्ञासा ही हमारे अस्तित्व का आधार है। बिना प्रश्न के हमारे जीवन में न गति जाएगी और न कोई रस होगा जब हम चिंतन करते हैं, तब नई बातें सामने आती हैं सवाल करने का ही परिणाम है कि नई तकनीक ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी चीजें आज दुनिया में आ रही हैं। जब हम कहते हैं क्यों, कैसे, क्या, तब हमारे अंदर की स्नायु प्राण ऊर्जा और संकल्प एक नई गति और उत्साह के साथ नवीनता की यात्रा करने लगते है। हमें इस दुनिया की इतनी आदत पड़ चुकी है कि लीक से हटकर सोचना नहीं चाहते। कोई विभिन्नता नहीं, न ही कोई नवीनता है। यह कैसा जीवन है, जिसमें कोई कौतूहल नहीं, कोई आश्चर्य नहीं है? इस जगत में हमारी स्थिति एक कीटाणु या विषाणु की तरह है, जो अपनी सुखमयी व्यवस्था में पड़े रहते हैं, वे ह्रदय की आवाज सुनते है। जो बड़ा होना चाहते हैं, इस दुनिया और इसकी प्रत्येक घटना, वस्तु एवं स्थिति पर अपना आश्चर्य प्रकट करते हैं। प्रत्येक घटना और वस्तु से परे हटकर सोचने और उसको देखने की कोशिश जो करते हैं, वही बड़ा बनते हैं जिज्ञासु मन और बुद्धि ही दर्शन और विज्ञान की दुनिया बनाते है।

(1) प्रत्येक काम में विशालता के चिह्न खोजने से लेखक का अभिप्राय है-

(क) बड़ी सोच व्यक्ति को बड़ा बनने की प्रेरणा देती है।

(ख) प्रत्येक काम को महत्तव देकर गहराई से समझें

(ग) प्रत्येक काम को करने के लिए सदैव तत्पर रहें

(घ) प्रत्येक काम का आयोजन बड़े पैमाने पर करें

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उत्तर (ख) प्रत्येक काम को महत्तव देकर गहराई से समझें


(2) अस्तित्व शब्द का अर्थ है-

(क) विद्ययमानता

(ग) गतिमान

(ख) जिज्ञासु प्रवृत्ति

(घ) नवीनता

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उत्तर (क) विद्ययमानता


(3) निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

(i) हमारी मानसिक स्थिति एक कीटाणु या विषाणु की तरह है।

(ii) नवीनता हमारे शारीरिक, मानसिक, चारित्रिक व राष्ट्रीय विकास के लिए हैं।

(iii) जो स्वतंत्र मानसिकता वाले होते हैं, ये दूसरों की आवाज सुनते हैं।

(क) केवल (i)

(ख) केवल (iii)

(ग) (i) और (i)

(घ) (i) और (iii)

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उत्तर (ख) केवल (iii)


(4) लीक से हटकर सोच को विकसित करने के लिए आवश्यक है-

(क) सुखमय व्यवस्था

(ख) हृदय की आवाज सुनना

(ग) अंतर्मन में सदैव जिज्ञासा

(घ) दर्शन और विज्ञान की दुनिया

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उत्तर (ग) अंतर्मन में सदैव जिज्ञासा


(5) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।

कथन (A) जिज्ञासा ही हमारे अस्तित्व के आधार की परिचालक है।

कारण (R) जिज्ञासा व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से क्रियाशील रखती है।

(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत है।

(ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (1) सही है।

(ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) कथन (A) की गलत व्याख्या करता है

(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

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उत्तर (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।


3. निर्देशानुसार ‘पदबंध’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

(1) चाजीन ने चाय तैयार करके हमारे सामने रख दी। इस वाक्य में रेखांकित पदबंध है-

(क) संज्ञा पदबंध

(ग) क्रिया पदबंध

(ख) विशेषण पदबंध

(घ) क्रिया विशेषण पदबंध

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उत्तर (ग) क्रिया पदबंध


(2) उड़ती हुई चिड़िया अचानक गिर गई। इस वाक्य में विशेषण पदबंध है-

(क) चिड़िया

(ग) गिर गई

(ख) अचानक

(घ) उड़ती हुई

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उत्तर (घ) उड़ती हुई।


(3) क्रिया पदबंध का उदाहरण छोटिए-

(क) दिन-रात परिश्रम करने वाले सफल हो जाते हैं।

(ख) उसने अंगीठी सुलगाकर चायदानी उस पर रख दी।

(ग) सदा सच बोलने वाला यह आज किस कारण झूठ बोलने पर मजबूर हो गया है।

(घ) वे स्वभाव से बड़े अध्ययनशील थे।

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उत्तर : (क) दिन-रात परिश्रम करने वाले सफल हो जाते हैं।


(4) “फैलते हुए प्रदूषण ने पंछियों को बस्तियों से भगाना शुरू कर दिया रेखांकित पदबंध का भेद है-

(क) संज्ञा पदबंध

(ख) सर्वनाम पदबंध

(ग) क्रिया पदबंध

(घ) विशेषण पदबंध

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उत्तर (क) संज्ञा पदबंध


(5) कबूतर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे। रेखांकित पदबंध का प्रकार है-

(क) सर्वनाम पदबंध

(ख) क्रिया पदबंध

(ग) क्रिया विशेषण पदबंध

(घ) विशेषण पदबंध

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उत्तर (ग) क्रिया विशेषण पदबंध


4. निर्देशानुसार ‘रचना’ के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

(1) जापान में चाय पीने की एक विधि है, जिसे चा-नो-यू कहते हैं। वाक्य का सरल वाक्य में रूपांतरण होगा-

(क) जापान में चाय पीने की विधि को चा-नो-यू कहते हैं

(ख) जापान में चाय पीने की विधि है और उसे चानो— यू कहते हैं।

(ग) जापान में जो चाय पीने की विधि है उसे चा-नो-यू कहते हैं

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं

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उत्तर (क) जापान में चाय पीने की विधि को चा-नो-यू कहते हैं


(2) बात करने में सब एक से एक बढ़कर हैं. लेकिन सही बात कोई नहीं बताता। वाक्य का भेद है-

(क) मिश्र वाक्य

(ख) सरल वाक्य

(ग) संयुक्त वाक्य

(घ) प्रधान वाक्य

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उत्तर (ग) सयुंक्त वाक्य


(3) पढ़ने की इच्छा होने पर ही तुम यहीं से जाओ। वाक्य का मिश्र

वाक्य में रूपांतरण होगा-

(क) पढ़ने की इच्छा हो तो यहीं से जाओ

(ख) जब पढ़ने की इच्छा हो तभी तुम यहाँ से जाओ

(ग) पढ़ने की इच्छा होगी तो यहाँ से जाना

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं

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उत्तर (ख) जब पढ़ने की इच्छा हो तभी तुम यहाँ से जाओ


(4) निम्नलिखित वाक्यों में से संयुक्त वाक्य है-

(क) जैसे ही उसने मुझे देखा, यह खिसक गया

(ख) जब उसने मुझे देखा तो वह खिसक गया

(ग) उसने मुझे देखा और यह खिसक गया।

(घ) मुझे देखते ही वह खिसक गया

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उत्तर (ग) उसने मुझे देखा और वह खिसक गया


(5) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-

विकल्प

(क) 1-iii, 2-i, 3-ii

(ख) 1-ii, 2-iii, 3-i

(ग) 1-ii, 2-i, 3-iii

(घ) 1-iii, 2-ii, 3-i

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उत्तर : (ख) 1-ii, 2-iii, 3-4


5. निर्देशानुसार ‘समास’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-  

(1) जगन्नाथ में समास है-

(क) बहुव्रीहि समास

(ख) कर्मधारय समास

(ग) तत्पुरुष समास

(घ) द्वंद्व समास

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उत्तर (क) बहुव्रीहि समास


(2) प्रतिदिन का समास विग्रह है-

(क) प्रति और दिन

(ख) प्रत्येक के लिए दिन

(ग) दिन के अनुसार

(घ) दिन-दिन

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उत्तर (घ) दिन-दिन


(3) निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए-

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं-

(क) (i) और (ii)

(ख) (i) और (iii)

(ग) (ii) और (iv)

(घ) (ii) और (iv)

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उत्तर : (ख) (i) और (iii)


(4) ‘वनवास’ शब्द के लिए सही समास विग्रह और समास का चयन कीजिए-

(क) वन और वास – द्वंद्व समास

(ख) वन के लिए वास -तत्पुरुष समास

(ग) वन में वास – तत्पुरूष समास

(घ) वन का वास – अव्ययीभाव समास

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उत्तर : (ग) वन में वास – तत्पुरुष समास


(5) गिरिधर का समास विग्रह और भेद होगा-

(क) गिरि को धारण किया है जिसने अर्थात् श्रीकृष्ण – बहुव्रीहि समास

(ख) गिरि के लिए धारणा – तत्पुरुष समास

(ग) गिरि को धारण करना – अव्ययीभाव समास

(घ) गिरि और धारण करने वाला – द्वंद्व समास

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उत्तर : (क) गिरि को धारण किया है जिसने अर्थात् श्रीकृष्ण – बहुव्रीहि समास


6. निर्देशानुसार ‘मुहावरे’ पर आधारित छह बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

(1) मुहावरे और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्प का चयन कीजिए-

(क) अंबर के तारे गिनना – गिनती सीखना

(ख) अक्ल का अंधा – मूर्ख

(ग) आँख मिलाना – छिप जाना

(घ) ईमान बेचना – चुगली करना

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उत्तर : (ख) अक्ल का अंधा- मूर्ख


(2) समझ आना के लिए उचित मुहावरा है-

(क) आँख मूँद लेना

(ख) आँखें खुलना

(ग) हाथ मिलाना

(घ) हिम्मत टूटना

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उत्तर : (ख) आँखें खुलना


(3) शहीद बेटे को तिरंगे में लिपटे हुए देखकर माँ का ………| रिक्त स्थान की पूर्ति हेतु उचित मुहावरा चुनिए-

(क) कलेजा ठंडा होना

(ख) मुँह काला होना

(ग) कलेजा मुँह को आना

(घ) अन्न न लगना

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उत्तर : (ग) कलेजा मुँह को आना


(4) चोर ने स्थान की पूर्ति के लिए उचित विकल्प चुनिए-

घर में घुसकर सभी गहने चुरा लिए। रिक्त

(क) दबे पाँव

(ख) बगलें झाँकते हुए

(ग) आगे-पीछे फिरते हुए

(घ) आँखों में धूल झोंककर

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उत्तर : (क) दबे पाँव


(5) रेखांकित अंश के लिए कौन-सा मुहावरा प्रयुक्त करना उचित होगा- छोटी-छोटी बातों पर अत्यंत क्रोधित होना तुम्हारी स्वभावगत कमजोरी है।

(क) आग-बबूला होना

(ख) आँख चुराना

(ग) पत्थर दिल होना

(घ) अँगूठा दिखाना

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उत्तर (क) आग-बबूला होना


(6) बहुत दिनों बाद दिखाई देना। अर्थ के लिए उचित मुहावरा है-

(क) चार चाँद लगाना

(ख) खाक छानना

(ग) ईद का चाँद होना

(घ) आकाश के तारे तोड़ना

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उत्तर (ग) ईद का चाँद होना


7. निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए-

विचार लो कि मर्त्य हो न मृत्यु से डरो कभी.

मरो, परंतु यों मरो कि याद जो करें सभी

हुई न यों सुमृत्यु तो वृथा मरे, वृथा जिए.

मरा नहीं वही कि जो जिया न आपके लिए।

वही पशु-प्रवृत्ति है कि आप आप ही चरे

वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे ।।

(1) कवि के अनुसार मनुष्य कौन है?

(क) जो अपने लिए जीता है।

(ख) जो अपने परिवार के लिए मरता है।

(ग) जो मनुष्य के लिए जीता-मरता है

(घ) जो किसी के लिए कुछ नहीं करता

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उत्तर (ग) जो मनुष्य के लिए जीता-मरता है


(2) पशु-प्रवृत्ति क्या है?

(क) दूसरों के लिए जीना मरना

(ख) हमेशा परोपकार करना

(ग) जंगलों में घूमना-फिरना

(घ) केवल अपने लिए ही जीना

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उत्तर (घ) केवल अपने लिए ही जीना


(3) कौन अमर हो जाता है?

(क) जो दूसरों के लिए जीता-मरता है।

(ख) जो केवल अपने लिए जीता है

(ग) जो कठोर तपस्या करता है।

(घ) जो पशुओं जैसा जीवन जीता है

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उत्तर (क) जो दूसरों के लिए जीता-मरता


(4) कैसी मृत्यु सुमृत्यु होती है?

(क) जिसमें कष्ट होता है

(ख) जिसमें कष्ट नहीं होता

(ग) जिसमें मरने के बाद भी लोग याद करते हैं

(घ) जिसमें मरने के बाद कोई याद नहीं करता

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उत्तर : (ग) जिसमें मरने के बाद भी लोग याद करते हैं।


(5) निम्नलिखित वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए-

(i) मृत्यु निश्चित है।

(ii) हमें उससे डरना चाहिए।

(iii) मृत्यु ऐसे हो कि मरने के बाद सभी याद रखें।

(iv) परोपकारी अमर हो जाता है

(v) दूसरों के लिए जीना पशुओं का स्वभाव है।

पद्यांश से मेल खाते वाक्यों के लिए उचित विकल्प चुनकर लिखिए-

(क) (i), (ii) और (v)

(ख) (i), (iii) और (v)

(ग) (i), (iii) और (iv)

(घ) (i), (ii) और (iv)

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उत्तर : (ग) (i), (iii) और (iv)


8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए-

(1) बादलों के छा जाने से क्या होता है?

(क) झरने बहने लगते हैं।

(ख) अंधकार छा जाता है।

(ग) मौसम अच्छा लगता है

(घ) पर्वत अदृश्य हो जाते हैं।

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उत्तर (घ) पर्वत अदृश्य हो जाते हैं।


(2) जो जवानी खून में नहीं बहती वह किसे बदनाम करती है?

(क) माता-पिता को

(ख) हुस्न और इश्क को

(घ) इनमें से कोई नहीं

(ग) देश और समाज को

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उत्तर (ख) हुस्न और इश्क को


9. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए-

ग्वालियर में हमारा एक मकान था, उस मकान के दालान में दो रोशनदान थे। उसमें कबूतर के एक जोड़े ने घोंसला बना लिया था। एक बार बिल्ली ने उचककर दो में से एक अंडा तोड़ दिया । मेरी माँ ने देखा तो उसे दुख हुआ। उसने स्टूल पर चढ़कर दूसरे अंडे को बचाने की कोशिका की लेकिन इस कोशिश में दूसरा अंडा उसी के हाथ से गिरकर टूट गया। कबूतर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे। उनकी आँखों में दुःख देखकर मेरी माँ की आँखों में आँसू आ गए। इस गुनाह को खुदा से मुआफ कराने के लिए उसने पूरा दिन रोजा रखा। दिन-भर कुछ खाया पिया नहीं सिर्फ रोती रही और बार-बार नमाज पढ़-पढ़कर खुदा 1 इस गलती को मुआफ करने की दुआ माँगती रही।

(1) लेखक की माँ किस बात से दुःखी थी?

(क) घर में कबूतरों ने घोंसला बना लिया था

(ख) कबूतर के दोनों अंडे टूट गए थे

(ग) कबूतर अंडों को छोड़कर चले गए थे

(घ) बिल्ली अंडों को खा गई थी

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उत्तर : (ख) कबूतर के दोनों अंडे टूट गए थे


(2) लेखक की माँ खुदा से किस गुनाह को माफ करना चाहती थी?

(क) पहला अंडा तोड़ने का गुनाह

(ख) बिल्ली को मारने का गुनाह

(ग) दूसरा अंडा टूट जाने का गुनाह

(घ) कबूतर का घोंसला तोड़ने का गुनाह

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उत्तर : (ग) दूसरा अंडा टूट जाने का गुनाह


(3) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।

कथन (A) माँ ने अपना गुनाह खुदा से मुआफ कराने के लिए पूरे दिन रोजा रखा।

कारण (R) कबूतर का अंडा बचाने की कोशिश में अंडा उनके हाथ से गिरकर टूट गया।

(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।

(ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है ।

(ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।

(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

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उत्तर (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।


(4) गद्यांश में प्रयुक्त निम्नलिखित शब्दों में से कौन-सा शब्द प्रत्यय के मेल से नहीं बना है?

(क) गुनाह

(ख) परेशानी

(ग) रोशनदान

(घ) दिनभर

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उत्तर (क) गुनाह


(5) लेखक की माँ की आँखों में आँसू आने के कारणों पर विचार कीजिए और उचित विकल्प का चयन कीजिए-

(i) कबूतर का अंडा बिल्ली ने तोड़ दिया था।

(ii) कबूतर का अंडा लेखक से टूट गया था ।

(iii) लेखक की पत्नी ने कबूतर का अंडा तोड़ दिया था।

(iv) कबूतर की आँखों में दुःख देखकर व्यथित हो गई थी।

(क) केवल (i)

(ख) (i) और (iii)

(ग) केवल (iv)

(घ) (i) और (ii)

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उत्तर (ग) केवल (iv)


10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए-

(1) निम्नलिखित में से कौन-सा वाक्य शिक्षा के संदर्भ में भाई साहब के काम करने का तरीका दर्शाता है?

(i) वे कल का काम आज ही कर लेते थे

(ii) वे आज का काम कल पर टालते रहते थे

(iii) वे एक साल का काम एक महीने में कर डालते थे

(iv) वे एक साल का काम दो-तीन साल में करते थे

कूट-

(क) केवल (i)

(ख) (i) और (iii)

(ग) केवल (iv)

(घ) (i) और (iii)

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उत्तर : (ग) केवल (iv)


(2) ‘गतवर्ष अपना हिस्सा बहुत साधारण था – वाक्य में अपना’ शब्द किसके लिए प्रयोग किया गया ?

(क) मुबंई वासियों के लिए

(ख) दिल्ली वासियों के लिए

(ग) कोलकाता वासियों के लिए

(घ) लखनऊ वासियों के लिए

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उत्तर (ग) कोलकाता वासियों के लिए


खंड-ब (वर्णनात्मक प्रश्न )

11. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए-

(1) पढ़ाई और परीक्षा के प्रति बड़े भाई साहब और छोटे भाई के दृष्टिकोण में क्या मौलिक अंतर है? आपके विचार से दोनों में सामंजस्य किस प्रकार बैठाया जा सकता है?

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उत्तर: पढ़ाई और परीक्षा के विषय में बड़े भाई साहब और छोटे भाई

के दृष्टिकोण में मूल रूप से बहुत अंतर है बड़े भाई साहब की दृष्टि में पढ़ाई बहुत कठिन कार्य है उनके विचार से खेल में रूचि रखने वाला और उसमें समय नष्ट करने वाला विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर सकता इसीलिए वे छोटे भाई को खेलने से रोकते हैं। उनकी दृष्टि में परीक्षा उत्तीर्ण करना बहुत कठिन कार्य हैं। सभी विषयों को याद कर लेना भी उनकी दृष्टि में एक असंभव कार्य है। छोटा भाई पढ़ाई को खेल को पढ़ाई से अधिक महत्त्व देता है उसके लिए एक खेल ही है वह एक बार सहज मानता है वह परीक्षा उत्तीर्ण करना ध्यान से पढ़कर सब याद कर लेता है और परीक्षा में प्रथम आता है। हमारे विचार से यदि बड़े भाई साहब पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद को महत्त्व दे तो दोनों में सामंजस्य बैठाया जा सकता है।


(2) ‘डायरी का एक पन्ना पाठ के आधार पर सुभाषबाबू के जुलूस और उनके साथ पुलिस के व्यवहार की चर्चा कीजिए ।

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उत्तर: ठीक चार बजकर दस मिनट पर सुभाषबाबू जुलूस लेकर आए। उन्हें चौरंगी पर ही रोका गया, लेकिन भीड़ पर पहुँचते ही पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया। बहुत से आदमी घायल हुए. सुभाषबाबू पर भी लाठियाँ पड़ीं। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और लालबाजार लॉकअप में भेज दिया गया। क्षितीश चटर्जी तथा बृजलाल गोयनका भी घायल हो गए। धर्मतल्ले के मोड़ पर आकर जुलूस टूट गया। अंत में स्त्रियों ने जुलूस की बागडोर सँभाली। पुलिस ने उन पर भी लाठियाँ बरसाई। 105 स्त्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन अंत में कुछ स्त्रियाँ मोनुमेंट की सीढ़ियों पर चढ़ गई। उन्होंने झंडा फहराया और प्रतिज्ञा पढ़ी।


(3) कारतूस’ पाठ के अंत में जब लेफ़्टीनेंट कर्नल से आने वाले सवार का नाम पूछता है तो नाम न बताकर कर्नल उसे जाँबाज सिपाही क्यों कहता है?

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उत्तर : पाठ के अंत में वज़ीर अली कर्नल से कारतूस लेकर उसे अपना नाम बताकर कमरे से बाहर निकल जाता है। बाद में लेफ्टीनेंट कर्नल से सवार का नाम पूछता है। कर्नल उसका नाम न बताकर उसे एक जांबाज सिपाही इसलिए कहता है क्योंकि वह बहादुरी के साथ उसी कर्नल के पास अकेला आता है जो उसे ही ढूँढ़ रहा था। कर्नल उसकी बहादुरी पर हक्का-बक्का रह जाता है यदि कर्नल लेफ्टीनेंट को उसका नाम बता देता तो शायद लेफ्टीनेंट की दृष्टि में कर्नल एक असफल अफसर साबित होता ।


12. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए-

(1) ‘तोप’ कविता में तोप अपने आकार से सहमाती (भयभीत करती ) है परंतु बच्चे और चिड़ियाँ उसके साथ क्या करते हैं? इस उदाहरण से कवि क्या सिद्ध करना चाहता है?

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उत्तर : ‘तोप अपने विशाल आकार से सामने वाले को भयभीत और आतंकित करती है। यह गोरे शासकों ने भारतीय क्रांतिकारियों के विद्रोह को दबाने के लिए इस तोप का प्रयोग किया था। इस तोप ने न जाने कितने सारे शूरवीरों को मार डाला था किंतु फिलहाल यह तोप खिलौने की तरह काम आती है। इस पर बैठकर छोटे-छोटे बच्चे घुड़सवारी का आनंद लेते हैं और जब बच्चे न हों तो अक्सर चिड़ियाँ इस पर बैठकर गपशप करती हैं। कभी-कभी वे इसके भीतर भी घुस जाती हैं। इस उदाहरण से कवि यह सिद्ध करना चाहता है कि अन्याय-अत्याचार करने वाला भले ही कितना ताकतवर क्यों न हो, आखिरकार उसे एक दिन चुप होना ही पड़ता है अर्थात् अन्याय करने वालों का एक दिन अंत होकर रहता है। बड़े-बड़े शूरवीर भी परास्त हो जाते हैं। और फिर उनका हाल इस तोप के समान हो जाता है।


(2) पर्वत प्रदेश में पावस कविता में वर्णित प्रकृति के दृश्यों का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए ।

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उत्तर : प्रकृति-प्रेमी कविवर पंत जी ने इस कविता में प्राकृतिक दृश्यों का बड़ा मनोहारी चित्रण किया है। पर्वत विशाल और मेखलाकार है, जो अपनी सहस्त्रों, पुष्परूपी आँखों से तालाबबरूपी दर्पण में अपना प्रतिबिंब निहार रहा है। झागदार झरने मोतियों की लड़ी जैसे लगते हैं। ऊँचे-ऊँचे वृक्ष आकाश को छूते हुए लग रहे हैं। पर्वतों पर मँडराते बादल पंखों वाले पर्वतों जैसे लगते हैं। जोरदार वर्षा के कारण चारों ओर धुआँ-सा छा गया है। वर्षा में पल-पल होने वाले परिवर्तन के कारण ऐसा लगता है, जैसे इंद्रदेव जादूगरी दिखा रहे हैं।


(3) ‘कर चले हम फिदा कविता के आधार पर बताइए कि एक सच्चे सैनिक को बलिदान के समय भी दुःख का अनुभव क्यों नहीं होता?

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उत्तर : एक सच्चे सैनिक का स्वभाव यह होता है कि वह दूसरों की रक्षा करता है और इस कार्य के लिए वह अपने प्राणों का बलिदान भी खुशी-खुशी कर देता है। देश और मानवता की रक्षा के लिए प्राणों का बलिदान करने को वह सुअवसर मानता है। युद्ध को वह एक उत्सव समझता है। ‘कर चले हम फिदा कविता में सैनिक देश पर अपने प्राण न्योछावर कर देते हैं। वे अंतिम साँस तक लड़ते हैं। अंत समय में भी उन्हें अपने प्राणों की नहीं, अपितु अपनी मातृभूमि की सुरक्षा की चिंता है मानवता और देश के प्रति इसी समर्पण भाव के कारण सैनिक को बलिदान के समय भी दुःख का अनुभव नहीं होता, बल्कि उस समय भी उसके अंदर एक बाँकपन रहता है।


13. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए-

(1) समाज में रिश्तों की क्या अहमियत रह गई है? ‘हरिहर काका’ पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए कि आप परिवार में किस प्रकार के रिश्तों को उपयुक्त मानते हैं और क्यों?

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उत्तर : समाज में रिश्तों की अहमियत समाप्त होती जा रही है। पहले धन की अपेक्षा रिश्तों को महत्त्वपूर्ण समझा जाता था, परन्तु आजकल रिश्तों का आधार मात्र स्वार्थ ही रह गया है। समाज में किसी व्यक्ति का जब किसी से स्वार्थ पूरा नहीं होता तो वह उससे संबंध नहीं रखना चाहता मैं परिवार में रिश्तों को महत्त्व देता हूँ, परन्तु मैं यह पसन्द नहीं करता कि रिश्तों की आड़ में कोई मेरा शोषण करे और मुझे भावात्मक रूप से ब्लैकमेल करे। मैं अपने माता-पिता और अपने निकट सम्बन्धियों से रिश्ते बनाए रखना चाहता हूँ तथा उनके हितों की उपेक्षा भी नहीं करना चाहता मै स्वार्थ की अपेक्षा रिश्तों को महत्त्वपूर्ण मानता हूँ।


(2) सपनों के-से दिन पाठ में खुशी से जाने की जगह न होने पर भी, लेखक को कब और क्यों स्कूल जाना अच्छा लगने लगा?

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उत्तर : लेखक खुशी से स्कूल जाना नहीं चाहता था । लेखक के लिए वह खुशी से जाने वाला स्थान नहीं था क्योंकि शिक्षकों की डाँट फटकार और पिटाई के कारण लेखक के मन में एक भय सा बैठ गया था इसके बावजूद जब उनके पी.टी. सर स्काउटिंग का अभ्यास करवाते थे, विद्यार्थियों को पढ़ाने लिखाने के बदले उनके हाथ में नीली-पीली झंडियाँ पकड़ा देते थे और विद्यार्थियों से परेड करवाते थे पी.टी. साहब के संचालन में विद्यार्थी लेफ्ट राइट परेड करते हुए अपने आपको किसी फ़ौजी से कम नहीं समझते। इस दौरान लेखक को स्कूल जाना अच्छा लगता था।


(3) किन बातों से पता चलता है कि टोपी को इफ़्फ़न की दादी बहुत प्रिय थी? ‘टोपी शुक्ला’ पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए ।

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उत्तर : टोपी को इफ़्फ़न की दादी बहुत प्रिय थी, ऐसा अनेक बातों से पता चलता है-

1. टोपी इफ़्फ़न के घर जाकर दादी के पास ही बैठा करता था।

2. उसे उनकी बोली में मिठास महसूस होती थी।

3. इफ़्फ़न की दादी का निधन होने पर वह विद्यालय के जिमनेजियम में जाकर एक कोने में बैठकर बहुत रोया था।

4. दादी के न रहने पर उसे इफ़्फ़न का घर खाली-खाली महसूस हुआ था।

5. उसने इफ़्फ़न से दादी बदलने की बात कही थी, जो दर्शाता है कि उसके मन में दादी के प्रति बहुत प्रेम था।


14. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत- बिंदुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-

(1) जंक फूड

• जंक फूड क्या होता है?

• युवा पीढ़ी और जंक फूड

• जंक फूड खाने के दुष्परिणाम

(2) महानगरीय भीडभाड़ और मेट्रो

• यातायात और भीड़भाड़

• प्रदूषण की समस्या

• मेट्रो रेल की भूमिका मेट्रो के लाभ

(3) स्वच्छ भारत अभियान आरंभ

• उद्देश्य

• छात्रों और सरकारी कर्मचारियों का सहयोग

• जन साधारण को प्रेरित करना

• वेस्ट मैनेजमेंट तकनीकों को बढ़ावा

उत्तर :

(1) जंक फूड

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जंक फूड एक ऐसा भोजन हैं जो देखने में बहुत ही आकर्षक और खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है जंकफूड को सेहत के लिए नहीं बल्कि स्वाद के लिए खाया जाता हैं। जंक फूड में पोषक तत्वों की भारी कमी होती है लेकिन इनमें फैट, कैलोरीज, शुगर, नमक और बुरे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत अधिक होती है। इनमें कई तरह के हानिकारक रसायन मिलाये जाते हैं। जंक फूड भले ही स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। मगर युवा पीढ़ी तो जंक फूड की दीवानी हैं और कुछ लोगों ने तो इसे खाना अपना स्टेटस सिंबल बना लिया हैं टीवी व अखबार में आने वाले विज्ञापनों, होटल व रेस्टोरेंट या अन्य जगहों पर इस जंक फूड को शानदार अंदाज में पेश किया जाता है कि युवा पीढ़ी इसको खाने का मोह नहीं छोड़ पाती हैं। नियमित जंक फूड खाने वाले लोग बहुत सी बीमारियों को खुद ही आमंत्रण देते हैं और अधिक जंक फूड खाने के दुष्परिणाम डायबिटिज, हड्डियों की समस्याएँ, मोटापा, ब्लड प्रेशर बढ़ने के खतरे के रूप में सामने आते हैं। लीवन की समस्या, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल संबंधी बीमारियाँ व कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। साथ ही पाचन संबंधी परेशानियाँ भी जन्म लेती हैं। इसीलिए दीर्घायु व स्वस्थ रहना है तो जंक फूड से दूरी बनानी होगी और घर में बने साफ-सुथरे भोजन से दोस्ती करनी होगी।


(2) महानगरीय भीडभाड़ और मेट्रो

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भारत में निरंतर हो रही जनसंख्या वृद्धि ने मेट्रो को आज एक आधारभूत जरूरत बना दिया है। हमारा देश यातायात से होने वाले प्रदूषण और भीड़भाड़ की समस्या से जूझ रहा है और इसका कुछ हद तक निदान मेट्रो रेल द्वारा किया जा सकता है। मेट्रो द्वारा की गई कायापलट को समझने के लिए दिल्ली का उदाहरण लिया जा सकता है। मेट्रो को दिल्ली की महारानी की संज्ञा दी गई है। इसने दिल्ली की परिवहन व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। यह अत्यंत ही आरामदेह और वातानुकूलित भी है। इससे समय की बचत तो होती ही है, यात्रा भी सुरक्षित रहती है। दिल्ली मेट्रो का प्रारंभ 25 दिसंबर 2002 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा पहली मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर किया गया। मेट्रो में ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम लगाया गया है ताकि यह हर दो मिनट के बाद चलाई जा सके। सभी मेट्रो स्टेशन आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस हैं। रेलों के आवागमन की जानकारी और अन्य सूचनाएँ सतत् दी जाती हैं। यहाँ स्मार्ट कार्ड की भी सुविधा है। इससे बार-बार टिकट खरीदने के झंझट से मुक्ति मिलती है तथा किराए में कभी-कभी छूट भी मिलती है। मेट्रो रेल ने दिल्ली के यातायात की सूरत ही बदल दी है।


(3) स्वच्छ भारत अभियान

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स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जो भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर, 2014 को आरंभ किया गया। इस अभियान का उद्देश्य भारत के सभी शहरों और गाँवों को साफ सुथरा करना है। ये अभियान वर्तमान प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी के 148वें जन्मदिवस पर शुरू किया गया। महात्मा गांधी का स्वच्छ देश बनाने का सपना था इसलिए उन्होंने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। इस मिशन को 2019 तक पूरा करने का अनुमान लगाया गया है जो कि गांधी जी की 150वीं जयन्ती होगी। इस अभियान में शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, गलियों व सड़कों की सफाई, देश के बुनियादी ढांचे को बदलना आदि शामिल हैं। इस मिशन के उद्घाटन पर लगभग 30 लाख स्कूल और कॉलेज के छात्रों और सरकारी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया जिसकी शुरूआत प्रधानमन्त्री ने सड़क खुदवाकर की मोदी जी ने नौ बड़ी हस्तियों के नाम घोषित किए जिन्हें लोगों को इस अभियान के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी दी गई। इस अभियान के माध्यम से सरकार वेस्ट मैनेजमेंट तकनीकों को बढ़ावा देकर स्वच्छता की समस्याओं का समाधान करेगी। स्वच्छ भारत अभियान पूरी तरह से देश की आर्थिक ताकत के साथ जुड़ा हुआ है।


15 (1) पीतमपुरा, दिल्ली डाकघर से ट्रांस कॉलोनी, कानपुर को भेजा गया मनीऑर्डर अपने गंतव्य तक नहीं पहुँचा। इसकी शिकायत करते हुए प्रेषक की ओर से डाकपाल को लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।

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उत्तर :

सेवा में,

डाकपाल महोदय,

मुख्य डाकघर,

दिल्ली -110034

दिनांक 04 मार्च, 20xx

विषय: मनीऑर्डर न पहुँचने की शिकायत

महोदय,

सविनय निवेदन है कि मैंने आपके डाकघर से दिनांक 02 फरवरी, 20xxx को अपनी पुत्री के लिए ट्रांस कॉलोनी, कानपुर को 1000/- का मनीऑर्डर करवाया था। आज एक माह से अधिक हो गया, पर मनीऑर्डर अपने गंतव्य तक नहीं पहुँचा है। इस कारण भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मनीऑर्डर का विवरण इस प्रकार है-

मनीऑर्डर रसीद संख्याG23977522

प्रेषक का नाम एवं पताकमलेश, पीतमपुरा, दिल्ली।

पाने वाले का नाम रमन

पता : 75-B,

ट्रांस कॉलोनी,

कानपुर।

आपसे विनम्र निवेदन है कि उक्त मनीऑर्डर का पता लगाकर उसे शीघ्र गंतव्य स्थल तक पहुँचाया जाए और मुझे सूचित किया जाए।

सधन्यवाद।

भवदीय

कमलेश


अथवा

(2) किसी प्रख्यात समाचारपत्र के संपादक के नाम लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखकर रेल आरक्षण व्यवस्था में हुए सुधार की प्रशंसा कीजिए।

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उत्तर :

सेवा में,

संपादक महोदय,

नवभारत टाइम्स,

बहादुरशाह जफर रोड,

नई दिल्ली-110002

दिनांक 25 मार्च, 20xx

विषय: रेल आरक्षण व्यवस्था में प्रशंसनीय सुधार |

महोदय,

निवेदन है कि मैं आपके समाचारपत्र के माध्यम से रेल आरक्षण व्यवस्था में हुए सुधार ! के लिए रेल विभाग की प्रशंसा करना चाहता हूँ। आशा है कि आप इसे पाठकों के प्रशस्ति नामक स्तंभ में प्रकाशित कर अनुगृहीत करेंगे।

पहले हमारे शहर के रेलवे स्टेशन पर आरक्षण कक्ष में आरक्षण संबंधी बहुत अव्यवस्था रहती थी। आरक्षण कक्ष में दो ही कम्प्यूटर थे जिसके कारण आरक्षण करवाने वालों की भीड़ लगी रहती थी। बिजली भी बीच में जाती रहती थी, जिसके चलते कम्प्यूटर काम करना बंद कर देते थे। आरक्षण करने वाले बाबू लोग भी मन से काम नहीं करते थे।

किन्तु अब ऐसा नहीं है। अब व्यवस्था बहुत अच्छी हो गई है। आरक्षण-कक्ष वातानुकूलित हो गया है। कम्प्यूटर भी दो की जगह छह हो गए हैं। अब बिजली की समस्या भी खत्म हो गई है क्योंकि अब जेनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्था हो गई है। आरक्षण करने वाले बाबू भी सक्रिय, युवा व मृदुभाषी हैं। अब आरक्षण का काम इतनी तेजी से होता है कि पंक्ति बनाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।

मैं अपने शहरवासियों की तरफ से इतनी अच्छी व्यवस्था के लिए रेल विभाग की बार-बार प्रशंसा करता हूँ तथा धन्यवाद देता हूँ।

सधन्यवाद।

भवदीय

दिनेश

आर्य नगर ।


16. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए-

(1) आप जयपुर स्थित सरस्वती उच्च विद्यालय की बाल कल्याण परिषद् के सचिव हैं। आपने पास स्थित झुग्गी-झोंपड़ी के बच्चों की सहायता के लिए कक्षाएँ लगाने का निर्णय किया है। जो विद्यार्थी इस पुण्य कार्य में अपना सहयोग देना चाहते हैं, उनके नाम 6 जून तक खेल परिषद् के कार्यालय में जमा कराने के लिए लगभग 60 शब्दों में सूचना तैयार करें।

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उत्तर :


अथवा

(2) मुखर्जी कॉलेज, दिल्ली में छात्र संघ के अध्यक्ष, सचिव व खजांची के

पद का चुनाव होगा। सलाहकार होने के नाते छात्राओं से नामांकन पत्र जमा करवाने के लिए सूचना पत्र लगभग 60 शब्दों में तैयार कीजिए ।

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उत्तर :


17. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए-

(1) अतिवृष्टि के कारण कुछ शहर बाढ़ से ग्रस्त है। वहाँ के निवासियों की सहायतार्थ सामग्री एकत्र करने हेतु एक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में तैयार कीजिए ।

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उत्तर :


अथवा

(2) आपके शहर में एक नया वाटर पार्क खुला है, जिसमें पानी के खेल, रोमांचक झूलों, मनोरंजक खेलों और खान-पान की व्यवस्था है। इसके लिए एक विज्ञापन का आलेख लगभग 40 शब्दों में तैयार कीजिए।

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उत्तर :


18. (1) ‘बुरा करने का फल बुरा ही होता है’ विषय पर लघु कथा लगभग 100 शब्दों में लिखिए।

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उत्तर : बुरा करने का फल बुरा ही होता है।

एक बार किसी गांव से तीन भाई धन कमाने के लिए परदेश रवाना हुए रास्ते में उन्हें उन्हीं की तरह यात्रा पर निकला किसान मिला, जिसके पास कुछ धन था। सभी भाइयों के मन में किसान को ठगने का विचार आया। उन्होंने उसे यात्रा में साथ ले लिया। रात को वे एक मंदिर में रूके तो तीनों भाइयों ने किसान को खाना लेने भेजा। जब वह खाना लेकर आया तो उसे किसी काम में उलझाकर अधिकांश खाना तीनों ने खा लिया। किसान बेचारा अधपेटा ही रहा गया। वह आगे के लिए सावधान हो गया और उसने बदला लेने का निश्चय किया ।

परदेश में धन कमाकर लौटने से पहले तीनों ने किसान से रात को खीर बनवाई और कहा, जिसे सबसे अच्छा सपना आएगा, वही इस खीर को सुबह खाएगा।चतुर किसान ने उनके सोने के बाद सारी खीर खा ली। सुबह तीनों भाइयों ने सपने सुनाने शुरू किए। एक ने कहा, ‘मैंने जयपुर नरेश को सपने में मेरा सत्कार करते देखा। दूसरा बोला, मैं ओरछा दरबार में राजा के साथ नर्तकियों का नृत्य देख रहा था।

तीसरे ने कहा, ‘मैं तो सपने में मक्का पहुंच गया।इसके बाद किसान बोला, ‘सपने में मुझे एक बलिष्ठ आदमी ने खूब मारा और सारी खीर खाने को बाध्य कर दिया।यह सुनते ही तीनों चिल्लाए, ‘तूने हमें जगाया क्यों नहीं? हम तुझे बचा लेते।

किसान बोला, ‘कैसे जगाता? तुम तीनों तो तीन अलग शहरों में थे।


अथवा

(2) आपके क्षेत्र में कोई भी टेलीविजन सहजता से दूरदर्शन के कार्यक्रम नहीं पकड़ पाता। बहुत संभव है यह केबल ऑपरेटरों की कारस्तानी हो। दूरदर्शन के महानिदेशक को लगभग 100 शब्दों में एक ई-मेल लिखकर इस ओर उनका ध्यान आकृष्ट कीजिए।

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उत्तर :