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हिन्दी – अ ( कोड-002 )
निर्धारित समय 3 घंटे पूर्णांक 80
सामान्य निर्देश-
1. इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं- खंड ‘क’ और ‘ख’ । खंड-क में वस्तुपरक / बहुविकल्पी और खंड – ख में वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
2. प्रश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
3. यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
4. खंड ‘क’ में कुल 10 प्रश्न हैं। जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 44 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
5. खंड ‘ख’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
खंड-क (बहुविकल्पी / वस्तुपरक प्रश्न )
1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी / वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए
राष्ट्रीय एकता एक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया व एक भावना है जो किसी राष्ट्र अथवा देश के लोगों में भाईचारा अथवा राष्ट्र के प्रति प्रेम एवं अपनत्व का भाव प्रदर्शित करती है। राष्ट्रीय एकता राष्ट्र को सशक्त एवं संगठित बनाती है। राष्ट्रीय एकता का अर्थ यह है कि देश के सभी नागरिक, चाहे वे किसी भी संप्रदाय, जाति, धर्म, भाषा अथवा क्षेत्र से संबंधित हों, इन सब सीमाओं से ऊपर उठकर इस समूचे देश के प्रति वफादार और आत्मीयतापूर्ण हों। इसके लिए यदि उनको अपने निजी स्वार्थ अथवा समूह के स्वार्थ का भी त्याग करना पड़े तो उसके लिए उन्हें तैयार रहना चाहिए और उनके लिए देश का हित सर्वोपरि होना चाहिए, किंतु कभी-कभी तो लगता है कि देश की स्वतंत्रता के बाद हम राष्ट्रीय एकता से विमुख होकर राष्ट्रीय विघटन की ओर अग्रसर हो रहे हैं। स्वतंत्रता के पहले गांधी जी के नेतृत्व में पूरा देश एक होकर अंग्रेजी साम्राज्य के विरुद्ध लड़ा था, परंतु उसके बाद पुनः हम धर्म, भाषा, क्षेत्रीयता के नाम से आपसी झगड़ों में उलझ गए हैं। कई बार ऐसा लगता है कि हमारे देश में असमिया, बंगाली, पंजाबी, मराठा, मद्रासी इत्यादि तो है, पर भारतीय बिरले ही हैं। हमारा देश प्राचीनकाल से ही विभिन्न धर्मों, संप्रदायों, विचाराधाराओं तथा परंपराओं का समन्वय स्थल रहा है, परंतु आधुनिककाल में जब से विभिन्न धर्मों और संप्रदायों में अलगाव होने लगा, पारस्परिक द्वेष, घृणा और संघर्ष बढ़ने लगा, तभी से राष्ट्र प्रत्येक दृष्टि से कमजोर होने लगा। राजनैतिक दल इस पारस्परिक तनाव का लाभ उठाकर राजनैतिक स्वार्थ पूरा करने लगे। इसीलिए नेहरू जी ने कहा था, “मैं सांप्रदायिकता को देश का सबसे बड़ा शत्रु मानता हूँ।
(1) राष्ट्रीय एकता का अर्थ है-
कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-
कथन
(i) सभी भेदभावों को भूलकर देश के प्रति वफादार और आत्मीयतापूर्ण होना ।
(ii) विभिन्न भाषा-भाषियों में एक-दूसरे की भाषा के प्रति लगाव होना ।
(iii) एक-दूसरे के धार्मिक स्थलों के प्रति श्रद्धा भाव होना ।
(iv) परस्पर विरोधी जातियों का एक होना ।
विकल्प
(क) कथन (i) सही है
(ख) कथन (ii) व (iv) सही हैं
(ग) कथन (i) व (iii) सही हैं
(घ) कथन (iii) व (iv) सही हैं
View AnswerAns. (क) कथन (i) सही है
(2) देश का हित सर्वोपरि होना चाहिए कथन का तात्पर्य है-
(क) अपना काम छोड़कर केवल देश सेवा करना
(ख) देश के लिए अपनी प्रियवस्तु का बलिदान करना
(ग) देश के लिए जातिगत स्वार्थों का त्याग करना
(घ) स्वार्थ त्यागकर देश के हित की चिंता करना
View AnswerAns. (घ) स्वार्थ त्यागकर देश के हित की चिंता करना
(3) लेखक को क्यों लगता है कि हम राष्ट्रीय विघटन की ओर बढ़ रहे हैं?
(क) नागरिकों के आपस में झगड़ने के कारण
(ख) स्वार्थ के लिए देश के हित का त्याग करने के कारण
(ग) धर्म, भाषा और क्षेत्रीयता के झगड़ों में उलझने के कारण
(घ) परस्पर ऊँच-नीच के भाव के कारण
View AnswerAns. (ग) धर्म, भाषा और क्षेत्रीयता के झगड़ों में उलझने के कारण
(4) लेखक के अनुसार राष्ट्र कमजोर क्यों हो रहा है?
(क) क्षेत्रीयता के पनपने के कारण
(ख) धर्म के नाम पर आपसी झगड़ों के कारण
(ग) राजनैतिक दलों की स्वार्थी प्रवृत्ति के कारण
(घ) सांप्रदायिक अलगाव, द्वेष और घृणा के कारण
View AnswerAns. (घ) सांप्रदायिक अलगाव, द्वेष और घृणा के कारण
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A) राजनैतिक दल पारस्परिक तनाव का लाभ उठाकर राजनैतिक स्वार्थ पूरा करने लगे ।
कारण (R) : विभिन्न धर्मों और संप्रदायों में अलगाव होने लगा, पारस्परिक द्वेष, घृणा और संघर्ष बढ़ने लगा ।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण सही है।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है
View AnswerAns. (ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है
2. निम्नलिखित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- चिलचिलाती धूप को जो चाँदनी देवें बना ।
काम पड़ने पर करें जो शेर का भी सामना ।।
जो कि हँस-हँस के चबा लेते हैं लोहे का चना ।
है कठिन कुछ भी नहीं जिनके है जी में यह ठना ।।
कोस कितने ही चलें पर वे कभी थकते नहीं ।
कौन-सी गाँठ जिसको खोल वे सकते नहीं ।।
संकटों से वीर घबराते नहीं आपदाएँ देख छिप जाते नहीं ।
लग गए जिस काम में पूरा किया काम करके व्यर्थ पछताते नहीं ।।
हो सरल या कठिन हो रास्ता, कर्मवीरों को न इससे वास्ता ।
बढ़ चले तो अंत तक ही बढ़ चले, कठिनतर गिरिशृंग ऊपर चढ़ चले ।।
(1) चिलचिलाती धूप को चाँदनी बनाने का अर्थ है-
कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-
कथन
(i) दिन को रात कर देना
(ii) धूप को छाँव बना देना
(iii) कठिन कार्य को सरल बना देना
(iv) दुखद को सुखद बना देना
विकल्प
(क) कथन (i) व (ii) सही हैं
(ख) कथन (ii) व (iii) सही हैं
(ग) कथन (iii) व (iv) सही हैं
(घ) कथन (i) व (iv) सही हैं
View AnswerAns. (ग) कथन (iii) व (iv) सही हैं
(2) काव्यांश में किसका वर्णन है?
(क) कर्मवीरों का
(ख) आलसी व्यक्तियों का
(ग) वीर सैनिकों का
(घ) किसानों का
View AnswerAns. (क) कर्मवीरों का
(3) ‘लोहे के चने चबाना’ का अर्थ है-
(क) लोहे की गोलियाँ खाना
(ख) बहुत कठिन काम करना
(ग) कच्चे चने खाना
(घ) लोहे जैसे चने खाना
View AnswerAns. (ख) बहुत कठिन काम करना
(4) कर्मवीरों को किससे वास्ता नहीं है?
(क) रास्ता सरल हो या कठिन
(ख) काम अच्छा हो या बुरा
(ग) लाभ हो या हानि
(घ) सुख मिले या दुख
View AnswerAns. (क) रास्ता सरल हो या कठिन
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A) वीर पुरुष संकट और बाधाओं से कभी घबराते नहीं हैं।
कारण (R) : लक्ष्य के मार्ग की बाधाओं से उनका कोई वास्ता नहीं होता ।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण सही है।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
View AnswerAns. (ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
3. निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए सबसे सही विकल्प को चुनिए-
कथन
(i) बादल घिरे किंतु बरसात न हुई ।
(ii) यदि पढ़ोगे तो पास हो जाओगे
(iii) मालिक आया और घोड़ा हिनहिनाने लगा
(iv) बिल का भुगतान न करने पर तुम्हें माल वापिस करना होगा
विकल्प
(क) केवल कथन (i) सही है
(ख) कथन (i) व (ii) सही हैं
(ग) कथन (i) व (iii) सही हैं
(घ) कथन (i), (ii) व (iii) सही हैं
View AnswerAns. (ग) कथन (i) व (iii) सही हैं
(2) “करो या मरो ।” संयुक्त वाक्य को मिश्र वाक्य में बदलिए-
(क) करो और मरो।
(ख) करते रहो और मरते रहो ।
(ग) करते रहने पर भी मरोगे ।
(घ) यदि नहीं करोगे तो मरोगे ।
View AnswerAns. (घ) यदि नहीं करोगे तो मरोगे ।
(3) आप चाय या कॉफी में से क्या लेंगे?’ इस वाक्य को संयुक्त वाक्य में परिवर्तित कीजिए ।
(क) आप चाय और कॉफी में से क्या लेंगे ।
(ख) आप चाय और कॉफी दोनों लेंगे।
(ग) आप चाय भी लेंगे, कॉफी भी लेंगे ।
(घ) आप चाय लेंगे या कॉफी लेंगे।
View AnswerAns. (घ) आप चाय लेंगे या कॉफी लेंगे।
(4) वह इस प्रकार चलता है जैसे कोई बीमार हो । रचना के आधार पर वाक्य भेद है-
(क) सरल वाक्य
(ख) सकारात्मक वाक्य
(ग) मिश्र वाक्य
(घ) संयुक्त वाक्य
View AnswerAns. (ग) मिश्र वाक्य
(5) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
विकल्प
(क) 1-iii, 2-i, 3-ii
(ख) 1-ii, 2-iii, 3-i
(ग) 1-ii, 2-i, 3-iii
(घ) 1-iii, 2-ii, 3-i
View AnswerAns. (ग) 1-ii, 2-i, 3-iii
4. निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
विकल्प
(क) 1-iii, 2-i, 3-ii
(ख) 1-ii, 2-iii, 3-i
(ग) 1-ii, 2-i, 3-iii
(घ) 1-iii, 2-ii, 3-i
View AnswerAns. (ग) 1-ii, 2-i, 3-iii
(2) निम्नलिखित वाक्यों में कर्मवाच्य का उदाहरण है-
कथन
(i) तुम्हारी माताजी के द्वारा ही यह भव्य मंदिर बनवाया गया है।
(ii) उड़ाने पर भी चिड़ियों द्वारा उड़ा नहीं गया।
(iii) बच्चों के द्वारा मिठाइयाँ खाई जा रही हैं।
(iv) मैं प्रतिदिन खेलता हूँ।
विकल्प
(क) केवल (i) सही है
(ख) (i) व (ii) सही हैं
(ग) (i) व (iii) सही हैं
(घ) (i), (ii) व (iii) सही हैं
View AnswerAns. (ग) (i) व (iii) सही हैं
(3) निम्नलिखित वाक्य से कर्मवाच्य बनाइए-
मैं यह कविता नहीं पढ़ सकूँगा ।
(क) मुझ द्वारा यह कविता नहीं पढ़ी जाएगी।
(ख) मुझ द्वारा इस कविता को नहीं पढ़ा जा सकेगा।
(ग) मुझसे यह कविता नहीं पढ़ी जा सकेगी।
(घ) मुझसे यह कविता नहीं पढ़ी जाएगी।
View AnswerAns. (ग) मुझसे यह कविता नहीं पढ़ी जा सकेगी।
(4) आओ चला जाए। इस वाक्य में वाच्य है-
(क) कर्तृवाच्य
(ख) भाववाच्य
(ग) कर्मवाच्य
(घ) इनमें से कोई नहीं
View AnswerAns. (ख) भाववाच्य
(5) निम्नलिखित वाक्यों में से कर्तृवाच्य वाला वाक्य है-
(क) बच्चों के द्वारा खाना खाया गया।
(ख) बच्चों से चला जा सकता है।
(ग) बच्चों ने खाना खाया।
(घ) बच्चों से भागा जा सकता है।
View AnswerAns. (ग) बच्चों ने खाना खाया।
5. निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) यह छात्र बहुत समझदार है। इस वाक्य में रेखांकित पद का सही पद परिचय होगा-
(क) संज्ञा, व्यक्तिवाचक, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक ।
(ख) संज्ञा, जातिवाचक, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक ।
(ग) संज्ञा, जातिवाचक, बहुवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक ।
(घ) संज्ञा, जातिवाचक, एकवचन, पुल्लिंग, कर्म कारक ।
View AnswerAns. (ख) संज्ञा, जातिवाचक, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक ।
(2) मैं पंकज से जयपुर में मिलूँगा। इस वाक्य में रेखांकित पद का सही पद परिचय होगा-
(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक ।
(ख) जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक
(ग) व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक ।
(घ) व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, करण कारक ।
View AnswerAns. (क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक ।
(3) रंजनी पत्र पढ़ती है। इस वाक्य में रेखांकित पद का सही पद परिचय होगा-
(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्म कारक ।
(ख) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक ।
(ग) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक ।
(घ) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्म कारक ।
Ans. (घ) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्म कारक ।
[/expand]View Answer
(4) सैनिक अपने कर्तव्य पर मर मिटेंगे। इस वाक्य में रेखांकित पद का सही पद परिचय होगा-
(क) संज्ञा, व्यक्तिवाचक, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक ।
(ख) संज्ञा, जातिवाचक, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक ।
(ग) संज्ञा, भाववाचक, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक ।
(घ) संज्ञा, भाववाचक, एकवचन, पुल्लिंग, कर्म कारक ।
View AnswerAns. (ग) संज्ञा, भाववाचक, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक ।
(5) वह किसे पढ़ा रहा है। इस वाक्य में रेखांकित पद का सही पद परिचय होगा-
(क) प्रश्नवाचक सर्वनाम, उभयलिंगी, एकवचन, कर्म कारक ।
(ख) अनिश्चयवाचक सर्वनाम, उभयलिंगी, एकवचन, कर्मकारक ।
(ग) प्रश्नवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक ।
(घ) प्रश्नवाचक सर्वनाम स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्मकारक ।
View AnswerAns. (क) प्रश्नवाचक सर्वनाम, उभयलिंगी, एकवचन, कर्म कारक ।
6. निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) जो चाहो चटक न घटे, मैलो होय न मित्त राज राजस न छुवाइये नेह चीकने चित्त ||
इन पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) मानवीकरण
(घ) अतिश्योक्ति
View AnswerAns. (क) श्लेष
(2) फूले कास सकल महि छाई ।
जनु रसा रितु प्रकट बुढ़ाई ||
इन पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) मानवीकरण
(घ) अतिश्योक्ति
View AnswerAns. (ख) उत्प्रेक्षा
(3) मानौ भीत जानि महासीत तै पसारि पानी मानो ।
छतियाँ की छाँह राख्यों पावक छिपाय के ।।
इन पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) मानवीकरण
(घ) अतिश्योक्ति
View AnswerAns. (ख) उत्प्रेक्षा
(4) इस सोते संसार बीच।
जगकर सजकर रजनीबाले ।।
इन पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) मानवीकरण
(घ) अतिश्योक्ति
View AnswerAns. (ग) मानवीकरण
(5) दादुर धुनि चहुँ दिशा सुहाई ।
बेद पढ़हिं जनु बटु समुदाई ।।
इन पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) मानवीकरण
(घ) अतिश्योक्ति
View AnswerAns. (घ) अतिश्योक्ति
7. निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
मुफस्सिल की पैसेंजर ट्रेन चल पड़ने की उतावली में फूँकार रही थी। आराम से सेकंड क्लास में जाने के लिए दाम अधिक लगते हैं। दूर तो जाना नहीं था। भीड़ से बचकर एकांत में नई कहानी के संबंध में सोच सकने और खिड़की से प्राकृतिक दृश्य देख सकने के लिए टिकट सेकंड क्लास का ही ले लिया ।
गाडी छूट रही थी। सेकंड क्लास के एक छोटे डिब्बे को खाली समझकर जरा दौड़कर उसमें चढ़ गया। अनुमान के प्रतिकूल डिब्बा निर्जन नहीं था । एक बर्थ पर लखनऊ की नवाबी नस्ल के एक सफेदपोश सज्जन बहुत सुविधा से पालथी मारे बैठे थे। सामने दो ताजे – चिकने खीरे तौलिए पर रखे थे। डिब्बे में हमारे सहसा कूद जाने से सज्जन की आँखों में एकांत चिंतन में विघ्न का असंतोष दिखाई दिया। सोचा, हो सकता है, यह भी कहानी के लिए सूझ की चिंता में हों या खीरे जैसी अपदार्थ वस्तु का शौक करते देखे जाने के संकोच में हों।
(1) लेखक ने सेकंड क्लास का टिकट महंगा होने पर भी क्यों खरीदा?
(क) प्राकृतिक दृश्यों को निहारने के लिए।
(ख) भीड़ से बचने के लिए।
(ग) एकांत में चिंतन करने के लिए।
(घ) ये सभी ।
View AnswerAns. (घ) ये सभी ।
(2) नवाब साहब की आँखों में लेखक को क्या दिखाई दिया?
(क) असंतोष
(ख) उत्साह
(ग) बेचैनी
(घ) आँसू
View AnswerAns. (क) असंतोष
(3) नवाब साहब के सामने तौलिए पर क्या रखा था?
(क) रूमाल
(ख) पुस्तकें
(ग) खीरे
(घ) लड्डू
View AnswerAns. (ग) खीरे
(4) कौन – सी बात लेखक के अनुमान के प्रतिकूल थी?
(क) उस डिब्बे में एक सफेदपोश नवाब बैठे थे।
(ख) सफेदपोश नवाब ने उन्हें डिब्बे में चढ़ने से रोका।
(ग) सेकंड क्लास का डिब्बा खाली नहीं था ।
(घ) वे बहुत सुंदर वस्त्र पहने हुए थे।
View AnswerAns. (क) उस डिब्बे में एक सफेदपोश नवाब बैठे थे।
(5) सफेदपोश’ शब्द से लेखक क्या संकेत कर रहा है?
(क) वे नवाब से प्रतीत हो रहे थे।
(ख) वे सफेद वस्त्र पहने हुए थे ।
(ग) वे सभ्य और भद्र दिख रहे थे।
(घ) वे बहुत सुंदर वस्त्र पहने हुए थे।
View AnswerAns. (ग) वे सभ्य और भद्र दिख रहे थे।
8. ‘क्षितिज’ के गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
(1) परिश्रमपूर्वक लिखे शब्द कोश से लेखिका के पिता को क्या प्राप्ति हुई?
(क) अकूत धन की
(ख) यश तथा प्रतिष्ठा की
(ग) उनको सरकार द्वारा सम्मानित किया गया
(घ) राय बहादुर की उपाधि
View AnswerAns. (ख) यश तथा प्रतिष्ठा की
(2) बालाजी के मंदिर तक जाने का कौन-सा रास्ता अमीरुद्दीन को पसंद था?
(क) सुलोचना के घर से होकर जाने वाला
(ख) निम्मी के घर से होकर जाने वाला
(ग) रसूलन बाई बतूलन बाई के घर से होकर जाने वाला
(घ) मधुबाला के घर से होकर जाने वाला
View AnswerAns. (ग) रसूलन बाई बतूलन बाई के घर से होकर जाने वाला
9. निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
मधुप गुन-गुना कर कह जाता कौन कहानी यह अपनी,
मुरझाकर गिर रहीं पत्तियाँ देखो कितनी आज घनी ।
इस गंभीर अनंत- नीलिमा में असंख्य जीवन – इतिहास
यह लो करते ही रहते हैं अपना व्यंग्य – मलिन उपहास
तब भी कहते हो कह डालूँ दुर्बलता अपनी बीती ।
तुम सुनकर सुख पाओगे देखोगे यह गागर रीती ।
किंतु कहीं ऐसा न हो कि तुम ही खाली करने वाले
अपने को समझो, मेरा रस ले अपनी भरने वाले ।
(1) कवि ने यहाँ अपने जीवन के किस पक्ष का उल्लेख किया है?
(क) सुखद पक्ष का
(ख) दुःखद पक्ष का
(ग) बचपन का
(घ) वृद्धावस्था का
View AnswerAns. (ख) दुःखद पक्ष का
(2) पत्तियों का मुरझाना किस ओर संकेत करता है?
(क) मृत्यु की ओर
(ख) सूखे की ओर
(ग) ढलती उम्र एवं जीवन के आनंद की समाप्ति की ओर
(घ) जीवन की कठिनाइयों की ओर
View AnswerAns. (ग) ढलती उम्र एवं जीवन के आनंद की समाप्ति की ओर
(3) मधुप किसे कहा गया है?
(क) मन रूपी भौरे को
(ख) भौरे को
(ग) शहद पीने वाले को
(घ) इनमें से कोई नहीं ।
View AnswerAns. (क) मन रूपी भौरे को
(4) कवि ने गागर रीति किसे कहा है?
(क) खाली घड़े को
(ख) अभावपूर्ण जिन्दगी को
(ग) अज्ञानता को
(घ) अपने रिक्त जीवन को
View AnswerAns. (घ) अपने रिक्त जीवन को
(5) कवि के सरल स्वभाव के कारण किसने धोखा दिया है?
(क) प्रेमिका ने
(ख) मित्रों ने
(ग) संबंधियों ने
(घ) इनमें से कोई नहीं
View AnswerAns. (ख) मित्रों ने
10. पाठ्यपुस्तक में निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
(1) भ्रमरगीत में किसके माध्यम से उद्धव पर व्यंग किया गया है?
(क) भ्रमर के माध्यम से अर्थात् भंवरा
(ख) पक्षियों के माध्यम से
(ग) बादलों के माध्यम से
(घ) इनमें से कोई नहीं
View AnswerAns. (क) भ्रमर के माध्यम से अर्थात् भंवरा
(2) “नाथ संभुधनु भंजनिहारा” में ‘नाथ’ शब्द का प्रयोग हुआ है-
(क) राम के लिए
(ख) जनक के लिए
(ग) परशुराम के लिए
(घ) विश्वामित्र के लिए
View AnswerAns. (ग) परशुराम के लिए
खंड-ख (वर्णनात्मक प्रश्न)
11. गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए –
(1) यदि हालदार साहब को नेताजी की मूर्ति पर चश्मा लगा नहीं मिलता तो उनके मन में किस प्रकार का भाव आता?
View AnswerAns. यदि हालदार साहब को नेताजी की मूर्ति पर चश्मा लगा नहीं मिलता तो उनके मन में लोगों के अन्दर से समाप्त होती जा रही देशभक्ति की भावना का विचार आता। वहीं देश-प्रेम की भावना से ओतप्रोत कैप्टन के मर जाने का दुख और भी गहरा हो जाता।
(2) लेखक ने फादर कामिल बुल्के की याद को यज्ञ की पवित्र अग्नि क्यों कहा है?
View AnswerAns. फादर कामिल बुल्के का संपूर्ण जीवन मानव-प्रेम व करूणा को समर्पित था। उनका जीवन पवित्र और तपस्यापूर्ण था। वे सभी पर अपना स्नेह लुटाते थे। दूसरों के दुखों में शामिल होते थे। उनकी स्मृति सभी को शांति देती है। अतः उनकी स्मृति की तुलना सबको सुख देने वाली यज्ञ की उस पवित्र अग्नि से की गई है।
(3) कौसल्यायन जी के अनुसार सभ्यता के अंतर्गत क्या-क्या समाहित हैं?
View AnswerAns. हमारे खाने-पाने के ढंग, पहनने ओढ़ने का ढंग, आने-जाने के साधन और आपस में ही कट-मरने का ढंग सभ्यता के अंतर्गत आता है। ये सारे ढंग सभ्यता में ही समाहित हो जाते हैं।
(4) कॉलेज के प्रिंसिपल ने मन्नू भंडारी के पिता जी को किस कारण से बुलाया था? बताइए ।
View AnswerAns. लेखिका कॉलेज की लड़कियों को स्वतंत्रता संग्राम के लिए प्रोत्साहित करती थी। सभाओं में भाषण देती थी। उसकी एक आवाज पर कॉलेज की लड़कियाँ कक्षाएँ छोड़कर बाहर आ जाती थीं। यही शिकायत करने के लिए मन्नू भंडारी के पिताजी को कॉलेज के प्रिंसिपल ने बुलाया था।
12. निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-
(1) गोपियों न उद्धव से योग की शिक्षा कैसे लोगों को देने की बात कही?
View AnswerAns. गोपियों ने उद्धव से योग-संदेश सुन कर कहा कि वे योग की शिक्षा ऐसे लोगों को दें जिनके मन स्थिर नहीं हैं जो कृष्ण के दिवाने नहीं हैं जिन्हें प्रेम, भक्ति और कृष्ण पर कोई आस्था नहीं है। ऐसे भटके हुए लोग ही योग जैसी बेकार बातों की ओर मुड़ सकते हैं। अतः उन्हें ये लोग संदेश दीजिए ।
(2) लक्ष्मण के व्यंग्यमय शब्दो से परशुराम के व्यक्तित्व की कौन सी विशेषताएँ अभिव्यक्त हुई हैं?
View AnswerAns. लक्ष्मणस के व्यंग्यमय शब्दों से परशुराम का अभिमानी और क्रोधी स्वभाव उजागर होता है। वे अपने सामने किसी को कुछ नहीं समझते हैं, अपनी वीरता की प्रशंसा स्वयं ही करते हैं। क्रोधित होने के बाद वे किसी को भी अपमानित कर बैठते हैं।
(3) ‘भूलें अपनी या प्रवंचना औरों की दिखलाऊँ मैं पंक्ति में कवि क्या कहना चाहता है?
View AnswerAns. इस पंक्ति में कवि कहना चाहता है कि उसके जीवन में या तो अपनी भूलें हैं या दूसरों द्वारा दिए गए धोखे हैं। वह इन दोनों की चर्चा नहीं करना चाहता। न अपनी भूलें बताकर मूर्ख सिद्ध होना चाहता है और न औरों के धोखे बताकर जपने जख्मों को हरा करना चाहता है।
(4) ‘उत्साह’ कविता में निराला जी ने विद्युत छवि उर में कवि नवजीवन वाले!’ कथन से क्या कहना चाहा है?
View AnswerAns. उत्साह कविता में बादल उत्साह, क्रांति का प्रतीक है। कवि मानता है कि बादल के हृदय में इतनी सामर्थ्य विद्यमान है कि वह जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में परिवर्तन ला सकता है और देश व समाज का नव-निर्माण कर सकता है।
13. पूरक पाठ्यपुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए-
(1) मूसन तिवारी द्वारा बाल मंडली की शिकायत के बाद पाठशाला में भोलानाथ के साथ कैसा व्यवहार हुआ और उन्हें उनके पिता जी के द्वारा किस प्रकार घर लाया गया? इस घटना से बच्चों की किस मनोवृत्ति का पता चलता है? ‘माता के अँचल’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए ।
View AnswerAns. मूसन तिवारी द्वारा बाल मंडली की शिकायत के बाद पाठशाला से चार लड़के भोलानाथ और बैजू की गिरफ्तारी का वारंट लेकर निकले। भोलानाथ जैसे ही घर पहुँचा, वैसे ही वे चारों लड़के उस पर टूट पड़े और उसे लेकर मूसन तिवारी के पास गए। उन्होंने भोलानाथ की खूब खबर ली। भोलानाथ का रोते-रोते बुरा हाल था। जब भोलानाथ के बाबूजी ने यह सुना तो वे दौड़ते हुए पाठशाला पहुँचे और गोद में उठाकर उसे पुचकारने एवं फुसलाने लगे। फिर वे गुरू जी से विनती करके गोदी में भोलानाथ को घर ले चले। इस घटना से यह स्पष्ट होता है। कि बच्चों में चिढ़ाने एवं तंग करने की प्रवृत्ति बहुत होती है ये परिणाम के बारे में बिना सोचे ही अपने मन की इच्छा पूरी करने लगते हैं। खेल के चक्कर में वे सारी बातें भूल जाते हैं। जब साथ में दोस्तों का समूह मिल जाता है तो फिर उनकी प्रवृत्ति मनमानी करने की हो जाती है। यही बचपना है, यही बच्चों की मानसिकता है।
(2) जितेन नार्गे ड्राइवर के साथ-साथ कुशल गाइड की भूमिका बखूबी निभा रहा है। आपकी किसी भी यात्रा में गाड़ी चलाने वाला गाइड भी हो तो जितेन के चरित्र की तुलना करते हुए अपने अनुभव लिखिए।
View AnswerAns. जितेन नार्गे पहाड़ी रास्ते पर वाहनों का जितना कुशल ड्राइवर था, वह उतना ही कुशल गाइड भी था। वह उस क्षेत्र की भौगोलिक, सामाजिक जानकारियों के साथ-साथ वहाँ की परंपराओं, मान्यताओं और धार्मिक रीतियों की जानकारी भी रखता था। इस कारण वह लेखिका की यात्रा में ड्राइवर और गाइड दोनों की भूमिका कुशलता से निभा रहा था।
कुछ ऐसा ही हमारे साथ जम्मू से कटरा तक की यात्रा में हुआ। उस यात्रा में हमारा ड्राइवर भी जितेन नार्गे जैसा कुशल ड्राइवर और गाइड था। वह ऊँचे-नीचे, टेढ़े-मेढ़े रास्ते पर सधे हाथों से गाड़ी चला रहा था और हमें जम्मू के इतिहास के साथ अनेक बातों की जानकारी दिए जा रहा था। कटरा में वह हमें एक सुंदर से होटल में ले गया और वहाँ की क्षेत्रीय भाषा में बात करके सस्ती दर पर हमें कमरा दिलवाया। उस ड्राइवर और जितेन के गुणों में पर्याप्त समानता थी।
(3) हिरोशिमा की घटना विज्ञान का भयानकतम दुरूपयोग है। आपकी दृष्टि में विज्ञान का दुरूपयोग कहाँ-कहाँ और किस तरह हो रहा हैं?
View AnswerAns. हिरोशिमा की घटना विज्ञान का भयानकतम दुरूपयोग है। विज्ञान जो मनुष्य के लिए एक वरदान के रूप में सिद्ध हुआ था, उसके कुछ लोगों ने स्वार्थपूर्ति और धन-लोलुपता के कारण एक अभिशाप बना कर रखा है हिरोशिमा के जैसी तो नहीं पर अन्य अनेक दिल दहला देने वाली घटनाएँ विज्ञान के कारण ही संभव हो पाई हैं। शक्तिशाली देश अपनी मिसाइल शक्ति के पावर से दूसरे देशों पर आक्रमण करते हैं, और वहाँ के जनजीवन को तहास-नहस कर डालते हैं धरती से खनिज पदार्थों का अत्यधिक खनन, परमाणु विस्फोट, गैस पदार्थ निकालना, वनों का दोहन और प्रकृति से छेड़छाड़ भी विज्ञान के दुरूपयोग का नमूना है।
14. निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-
(1) जंक फूड
संकेत बिन्दु :
• जंक फूड क्या होता है?
• युवा पीढ़ी और जंक फूड
• जंक फूड खाने के दुष्परिणाम
View AnswerAns. (1) जंक फूड
जंक फूट एक ऐसा भोजन हैं जो देखने में बहुत ही आकर्षक और खाने में बहुत स्वादिष्ट होता हैं जंकफूड को सेहत के लिए नहीं बल्कि स्वाद के लिया जाता हैं। जंक फूड में पोषक तत्वों की भारी कमी होती है लेकिन इनमें फैट कैलोरीज, शुगर, नमक और बुरे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत अधिक होती हैं। इनमें कई तरह के हानिकारक रसायन मिलाये जाते हैं। जंक फूड भले ही स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता हैं। मगर ये लगभग सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा बड़े चाव से खाया जाता है। खास कर युवा पीढ़ी तो जंक फूड की दीवानी हैं और कुछ लोगों ने तो इसे खाना अपना स्टेटस सिंबल बना लिया हैं। टीवी व अखबार में आने वाले विज्ञापनों, होटल व रेस्टोरेंट या अन्य जगहों पर इस जंक फूड को शानदार अंदाज में पेश किया जाता है कि युवा पीढ़ी इसको खाने का मोह नहीं छोड़ पाती हैं। हर जगह जंक फूड खाते हुए लोग नजर आ ही जाते है यह जानते हुए भी कि जंक फूड हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है तब भी लोग उसे बड़े शौक से खाते हैं नियमित जंक फूड खाने वाले लोग बहुत सी बीमारियों को खुद ही आमंत्रण देते हैं और अधिक जंक फूड खाने के दुष्परिणाम डायबिटिज, हड्डियों की समस्याएं, मोटापा, ब्लड प्रेशर बढ़ने के खतरे के रूप में सामने आते हैं। लीवन की समस्या, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल संबंधी बीमारियां व कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। साथ ही पाचन संबंधी परेशानियाँ भी जन्म लेती हैं। इसीलिए दीर्घायु व स्वस्थ रहना हैं तो जंक फूड से दूरी बनानी होगी और घर में बने साफ-सुथरे भोजन से दोस्ती करनी होगी।
(2) महानगरीय भीडभाड़ और मेट्रो
संकेत बिन्दु :
• यातायात और भीड़भाड
• प्रदूषण की समस्या
• मेट्रो रेल की भूमिका
• मेट्रो के लाभ
View AnswerAns. (2) महानगरीय भीडभाड़ और मेट्रो
भारत में निरंतर हो रही जनसंख्या वृद्धि ने मेट्रो को आज एक आधारभूत जरूरत बना दिया है। हमारा देश यातायात से होने वाले प्रदूषण और भीड़भाड़ की समस्या से जूझ रहा है और इसका कुछ हद तक निदान मेट्रो रेल द्वारा किया जा सकता है। मेट्रो द्वारा की गई कायापलट को समझने के लिए दिल्ली का उदाहरण लिया जा सकता है। मेट्रो को दिल्ली की महारानी की संज्ञा दी गई है। इसने दिल्ली की परिवहन व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। यह अत्यंत ही आरामदेह और वातानुकूलित भी है। इससे समय की बचत तो होती ही है, यात्रा भी सुरक्षित रहती है। दिल्ली मेट्रो का प्रारंभ 25 दिसंबर 2002 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा पहली मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर किया गया। मेट्रो में ऑटोमैटिक टेन प्रोटक्शन सिस्टम लगाया गया है ताकि यह हर दो मिनट के बाद चलाई जा सके। सभी मेट्रो स्टेशन आधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस हैं। रेलों के आवागमन की जानकारी और अन्य सूचनाएँ सतत् दी जाती हैं। यहाँ स्मार्ट कार्ड की भी सुविधा है। इससे बार-बार टिकट खरीदने के झंझट से मुक्ति मिलती है तथा किराए में कभी-कभी छूट भी मिलती है। मेट्रो रेल ने दिल्ली के यातायात की सूरत ही बदल दी है।
(3) स्वच्छ भारत अभियान
संकेत बिन्दु
• आरंभ और उद्देश्य
• छात्रों और सरकारी कर्मचारियों का सहयोग
• जन साधारण को प्रेरित करना
• वेस्ट मैनेजमेंट तकनीकों को बढ़ावा ।
View AnswerAns. (3) स्वच्छ भारत अभियान
स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जो भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर, 2014 को आरंभ किया गया। इस अभियान का उद्देश्य भारत के सभी शहरों और गाँवों को साफ सुथरा करना है। ये अभियान वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी के 148वें जन्मदिवस पर शुरू किया गया। महात्मा गांधी का स्वच्छ देश बनाने का सपना था इसलिए उन्होंने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। इस मिशन को 2019 तक पूरा करने का अनुमान लगाया गया है जो कि गांधी जी की 150वीं जयन्ती होगी। इस अभियान में शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, गलियों व सड़कों की सफाई, देश के बुनियादी ढांचे को बदलना आदि शामिल हैं। इस मिशन के उद्घाटन पर लगभग 30 लाख स्कूल और कॉलेज के छात्रों और सरकारी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया जिसकी शुरूआत प्रधानमन्त्री ने सड़क खुदवाकर की। मोदी जी ने नौ बड़ी हस्तियों के नाम घोषित किए जिन्हें लोगों को इस अभियान के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी दी गई। इस अभियान के माध्यम से सरकार वेस्ट मैनेजमेन्ट तकनीकों को बढ़ावा देकर स्वच्छता की समस्याओं का समाधान करेगी। स्वच्छ भारत अभियान पूरी तरह से देश की आर्थिक ताकत के साथ जुड़ा हुआ है।
15. किसी प्रख्यात समाचारपत्र के संपादक के नाम लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखकर रेल आरक्षण व्यवस्था में हुए सुधार की प्रशंसा कीजिए ।
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सेवा में,
संपादक महोदय,
नवभारत टाइम्स,
बहादुरशाह जफर रोड,
नई दिल्ली-110002
दिनांक : 25 मार्च, 20xx
विषय: रेल आरक्षण व्यवस्था में प्रशंसनीय सुधार ।
महोदय,
निवेदन है कि मैं आपके समाचारपत्र के माध्यम से रेल आरक्षण व्यवस्था में हुए सुधार के लिए रेल विभाग की प्रशंसा करना चाहता हूँ। आशा है कि आप इसे पाठकों के प्रशस्ति नामक स्तंभ में प्रकाशित कर अनुगृहीत करेंगे।
पहले हमारे शहर के रेलवे स्टेशन पर आरक्षण कक्ष में आरक्षण संबंधी बहुत अव्यवस्था रहती थी। आरक्षण कक्ष में दो ही कम्प्यूटर थे जिसके कारण आरक्षण करवाने वालों की भीड़ लगी रहती थी। बिजली भी बीच में जाती रहती थी, जिसके चलते कम्प्यूटर काम करना बंद कर देते थे। आरक्षण करने वाले बाबू लोग भी मन से काम नहीं करते थे।
किन्तु अब ऐसा नहीं है। अब व्यवस्था बहुत अच्छी हो गई है। आरक्षण कक्ष वातानुकूलित हो गया है। कम्प्यूटर भी दो की जगह छह हो गए हैं। अब बिजली की समस्या भी खत्म हो गई है क्योंकि अब जेनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्था हो गई है। आरक्षण करने वाले बाबू भी सक्रिय, युवा व मृदुभाषी हैं। अब आरक्षण का काम इतनी तेजी से होता है कि पंक्ति बनाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।
मैं अपने शहरवासियों की तरफ से इतनी अच्छी व्यवस्था के लिए रेल विभाग की बार-बार प्रशंसा करता हूँ तथा धन्यवाद देता हूँ।
सधन्यवाद।
भवदीय
दिनेश
आर्य नगर ।
अथवा
आपका एक मित्र शिमला में रहता है। आप उसके आमंत्रण पर ग्रीष्मावकाश में वहाँ गए थे और प्राकृतिक सौंदर्य का खूब आनंद उठाया था। घर वापस लौटने पर कृतज्ञता व्यक्त करते हुए मित्र को लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए ।
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सुनील
26- बी. वैशाली नगर
दिल्ली।
दिनांक: 15 जून, 20xx
प्रिय मित्र,
सप्रेम नमस्ते !
मैं यहाँ कुशलतापूर्वक पहुँच गया हूँ। तुम्हारे साथ बा गया यह ग्रीष्मावकाश सदैव मेरी स्मृतियों में यों ही मधुर बना रहेगा। मित्र तुमने मुझे अपने पर्वतीय क्षेत्र मसूरी आमंत्रित करके वहाँ के पर्वतीय सौंदर्य को देखने का जो अवसर प्रदान किया. उसके लिए मैं सदैव तुम्हारा ऋणी रहूँगा। मैं अभी तक स्वयं को वहाँ के दर्शनीय स्थलों के आकर्षण से मुक्त नहीं कर पाया हूँ। वहाँ का प्राकृतिक स्थल ‘गन हिल‘ तो जैसे संपूर्ण प्रकृति को ही अपने अंदर समाए हुए है।
वहाँ प्रतिदिन माल रोड पर सुबह-शाम की सैर भी एक अदभुत ताज़गी ला देती है वहाँ से वापस आ जाने पर भी मेरा मन वहाँ की स्मृतियों में ही खोया हुआ है। मित्र इस आनंददायक एवं रोमांचक प्रयास के लिए मैं तुम्हारा हार्दिक धन्यवाद करता हूँ। अच्छा, अब पत्र समाप्त करता हूँ अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना ।
तुम्हारा मित्र
सुनील
16. आपका नाम सज्जन सिंह है । मयूर मोटर्स कंपनी में मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव की आवश्यकता है। टाइम्स ऑफ इंडिया में इस पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। आप नौकरी की तलाश में है। अतः आप इस पद पर नियुक्ति पाने हेतु लगभग 80 शब्दों में एक स्ववृत्त तैयार कीजिए ।
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स्ववृत्त
नाम : सज्जन सिंह
पिता का नाम : श्री किशन सिंह
माता का नाम : श्रीमती सुनीता सिंह
जन्म तिथि : 28 फरवरी, 1994
वर्तमान पता : 148, सेक्टर-3 देवी नगर, नई दिल्ली
स्थायी पता :148, सेक्टर-3 देवी नगर, नई दिल्ली
मोबाइल नंबर : 7764xxxxxx
ई-मेल : singhsajjan@gmail.com
अन्य संबंधित योग्यताएँ
• अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान
• कंप्यूटर का ज्ञान (इंटरनेट व एम. एस. ऑफिस )
उपलब्धियाँ
• भाषण प्रतियोगिता (राज्य-स्तरीय) में द्वितीय पुरस्कार (2011)
• अखिल भारतीय वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार (2013)
कार्येत्तर गतिविधियाँ तथा अभिरुचियाँ
• समाचार-पत्र व व्यापारिक पत्रिकाओं का नियमित पठन
• पर्यटन
• इंटरनेट सर्फिंग
संदर्भित व्यक्तियों का विवरण
• डॉ. अर्जुन कुमार शर्मा, प्रोफेसर सिंघानिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
• श्रीमती कांता भट्टाचार्य, प्रिंसिपल, बी.बी. पब्लिक स्कूल, नई दिल्ली।
उद्घोषणा
मैं प्रमाणित करता हूँ कि उपर्युक्त सभी सूचनाएँ सत्य हैं।
दिनांक : 03 फरवरी 20xx सज्जन सिंह
स्थान: नई दिल्ली हस्ताक्षर
अथवा
ध्वनि प्रदूषण की समस्या से अवगत कराते हुए नगर योजना अधिकारी को लगभग 80 शब्दों में एक ई-मेल लिखिए ।
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17. बॉल पेनों की एक कंपनी ‘सफल’ नाम से बाजार में आई है। उसके लिए एक आकर्षक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में तैयार कीजिए ।
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अथवा
दीपावली पर मित्र को शुभकामना देने हेतु लगभग 40 शब्दों में एक संदेश तैयार कीजिए ।
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